कश्मीर में हिंसक झड़पों में बीस जख्मी
राज्य ब्यूरो श्रीनगर आतंकी कमांडर जाकिर मूसा की मौत पर हड़ताल से शुक्रवार को वादी में सामान्य जनजीवन ठप रहा।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : आतंकी कमांडर जाकिर मूसा की मौत पर हड़ताल से शुक्रवार को वादी में सामान्य जनजीवन ठप रहा। हालांकि इस दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने त्राल, पुलवामा, शोपियां और डाउन-टाउन में कर्फ्यू का सहारा लेने के अलावा विभिन्न इलाकों में धारा 144 भी लगाई थी। इसके बावजूद त्राल से लेकर उत्तरी कश्मीर के त्रेहगाम तक विभिन्न इलाकों में आतंकी समर्थकों और सुरक्षाबलों के बीच हुई हिसक झड़पों में 20 लोग घायल हो गए। वादी में इंटरनेट और बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को भी एहतियातन बंद रखा गया है। इस बीच, नूरपोरा में आतंकी मूसा के जनाजे में प्रशासनिक पाबंदियों के बावजूद हजारों की तादाद में लोग शामिल हुए।
मीरवाइज मौलवी उमर फारूक, जफर फतेह, इंजीनियर हिलाल वार, गुलाम नबी सुमजी, कटटरपंथी सईद अली शाह गिलानी, मोहम्मद अशरफ सहराई समेत सभी प्रमुख अलगाववादी नेताओं को उनके घरों में बीती रात से ही नजरबंद रखा गया है। प्रशासनिक पाबंदियों के कारण शुक्रवार को श्रीनगर की जामिया मस्जिद में नमाज ए जुमा के लिए नमाजी भी नहीं आए। जामिया मस्जिद बंद रही।
गौरतलब है कि गत शाम त्राल के डाडसर इलाके में सुरक्षाबलों ने कश्मीर में अल-कायदा की नींव रखने वाले अंसार उल गजवात ए हिद के कमांडर जाकिर मूसा को एक मुठभेड़ में मार गिराया। वह वर्ष 2013 से सक्रिय था। मूसा डाडसर गांव के बाहरी छोर पर बागों में स्थित एक तीन मंजिला मकान में छिपा था। मुठभेड़ में मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया है।
आतंकी मूसा की मौत के बाद से ही पूरी वादी में तनाव बना हुआ था। विभिन्न इलाकों में हिसक प्रदर्शन शुरू हो गए थे और बड़ी संख्या में लोग रात को ही आतंकी मूसा के घर पहुंचने लगे थे। हालात को देखते हुए प्रशासन ने वादी के सभी संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लागू करने के साथ ही पुलिस व अर्धसैनिकबलों की तैनाती भी बढ़ा दी। इसके साथ ही कई जगह छापेमारी कर शरारती तत्वों और पत्थरबाजों को हिरासत में भी लिया गया।
सुबह से ही वादी में आतंकी की मौत के खिलाफ हड़ताल रही। इसके अलावा प्रशासनिक पाबंदियों ने भी सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया। दक्षिण कश्मीर में जवाहर सुरंग से लेकर जिला कुपवाड़ा के त्रेहगाम तक सभी दुकानें बंद रहीं। सभी स्कूल कॉलेज बंद रहे। कश्मीर विश्वविद्यालय और इस्लामिक यूनिवर्सिटी ने शुक्रवार को होने वाली सभी परीक्षाएं अगली सूचना तक स्थगित कर दी। सड़कों पर सार्वजनिक वाहनों की आवाजाही ठप रही।
इन जगहों पर हुई झड़पें
त्राल की तरफ आने जाने वाले कई रास्तों के अलावा श्रीनगर में भी कई जगह मार्गो को आम आवाजाही के लिए बंद किया गया। इसके बावजूद श्रीनगर में ग्रिडस्टेशन इलाहीबाग, सौरा, नुंदरेशी कॉलोनी बेमिना,बाग ए महताब, माच्छुवा, गंदरपोरा, हब्बाकदल, महजूरनगर, नारबल, हुमहामा में शरारती तत्वों व सुरक्षाबलों के बीच हुई हिसक झड़पों में आठ लोग जख्मी हो गए।
दक्षिण कश्मीर के पांपोर, सीर हमदान, काजीगुंड, सरनल, केल्लर, डुरु शाहबाद, चुरसु अवंतीपोर, बन दयालगाम और उत्तरी कश्मीर के सोपोर, छट्टीबांडी, पापचन, सिगपोरा, बांडीपोर, शिलवट सुंबल, खानपोरा बारामुला, कुपवाड़ा, ख्वाजाबाग बारामुला, हाजिन, दारदसून करालपोरा के अलावा गांदरबल, बीहामा, कुरहामा, बारसु, सफापोरा में भी हिसंक झड़पें हुई हैं। इनमें 13 प्रदर्शनकारी जख्मी बताए जा रहे हैं। घायलों में से चार इरफान तारिक, दाऊद बशीर, मोहम्मद हुसैन व मोहम्मद आमिर को गंभीर चोटें आई हैं। इन्हें श्रीनगर के विभिन्न अस्पतालों में दाखिल कराया गया है। कश्मीर विश्वविद्यालय में भी छात्रों ने परिसर के भीतर आतंकी मूसा के लिए गायबाना नमाज ए जनाजा अदा की और आतंकी समर्थक नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला।
आतंकी का शव सुपुर्दे खाक
पुलिस ने शुक्रवार सुबह आतंकी मूसा का शव औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया। आतंकी मूसा को दोपहर को हजारों लोगों की मौजूदगी में दफनाया गया। उसके जनाजे में अल-कायदा,मूसा मूसा के नारे भी लगे।
आज भी रहेंगी प्रशासनिक पाबंदियां
राज्य प्रशासन ने 25 मई शनिवार को भी कश्मीर घाटी में सभी सरकारी व गैर सरकारी शिक्षण संस्थान बंद रखने का निर्देश दिया है। मंडलायुक्त कश्मीर बसीर अहमद खान के अनुसार, यह कदम किसी भी अप्रिय घटना से बचने और आम लोगों के जानमाल की सुरक्षा को यकीनी बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर उठाया गया है। उन्होंने कहा कि वादी के विभिन्न इलाकों में शनिवार को भी प्रशासनिक पाबंदियां लागू रहेंगी। शनिवार को अगर किसी छात्र को किसी अकादमिक या किसी अन्य परीक्षा में भाग लेना है तो उसके लिए उसे जारी की गई रोल नंबर स्लिप के आधार पर उसे कहीं नहीं रोका जाएगा। यह कर्फ्यू पास की तरह ही मान्य होगा।