Move to Jagran APP

रियासत नहीं, भाजपा के राज्यपाल हैं मलिक : फारूक

13 जुलाई 1931 के शहीदों की मजार पर नहीं पहुंचने पर किया कटाक्ष कहा- राज्य में भाजपा का एजेंडा लागू करना चाहती है केंद्र सरकार

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Jul 2019 09:31 AM (IST)Updated: Wed, 17 Jul 2019 06:45 AM (IST)
रियासत नहीं, भाजपा के राज्यपाल हैं मलिक : फारूक
रियासत नहीं, भाजपा के राज्यपाल हैं मलिक : फारूक

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष एवं सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को राज्यपाल सत्यपाल मलिक को भाजपा का राज्यपाल बताते हुए राज्य के विशेष दर्जे की हिफाजत के लिए सभी लोगों से एकजुट होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार यहां भाजपा के एजेंडे को लागू करने के लिए विभिन्न तरीके इस्तेमाल कर रही है।

loksabha election banner

शुक्रवार को नक्शबंद साहब में मजार-ए-शौहदा पर 13 जुलाई 1931 के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बातचीत में फारूक ने कहा कि आज रियासत में जम्हूरियत के लिए शहीद होने वालों का दिन है, लेकिन राज्यपाल नहीं आए। वह नहीं आ सकते थे क्योंकि वह इस रियासत के नहीं, बल्कि भाजपा के राज्यपाल हैं। यह शहीदी दिवस रियासत की विशिष्ट पहचान के साथ जुड़ा हुआ है। सभी जानते हैं कि भाजपा इसके पक्ष में नहीं है। भाजपा और उस जैसे अन्य दल हमारे विशेष दर्जे के खिलाफ हैं। हमें इन लोगों की साजिशों को नाकाम बनाने के लिए मिलकर प्रयास करना होगा। इसलिए मेरी सभी लोगों से अपील है कि एकजुट होकर रियासत की दुश्मन ताकतों को नाकाम बनाने के लिए प्रयास करें। गौरतलब है कि 1931 के इन शहीदों की याद में नक्शबंद में सरकारी स्तर पर श्रद्धांजलि समारोह हर साल होता है। इस दिन सरकारी अवकाश भी रहता है।

विधानसभा चुनाव जल्द कराने की मांग

फारूक ने राज्य में जल्द ही विधानसभा चुनावों की मांग की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अपने मंसूबों को पूरा करने के लिए जम्मू कश्मीर में चु़नाव टाल रही है। आज नहीं तो कल, रियासत में चुनाव होंगे और उस समय लोग रियासत की दुश्मन ताकतों को पूरी तरह नाकाम बना देंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार यहां भाजपा के एजेंडे को लागू करने के लिए विभिन्न तरीके इस्तेमाल कर रही है। यहां चारों तरफ से दबाव डाला जा रहा है। अखबारों को भी दबाया जा रहा है और उनके विज्ञापन बंद किए जा रहे हैं। हाईवे पर आम कश्मीरियों की आवाजाही बंद की जा रही है। इसलिए रियासत में लोगों का एकजुट होना बहुत जरूरी है। हम एकजुट होकर ही रियासत की दुश्मन ताकतों और इस दबाब से मुक्त हो सकते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.