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वादी में मासिक धर्म के कारण अब नहीं छोड़नी पड़ेगी पढ़ाई

राज्य ब्यूरो श्रीनगर घाटी में आधुनिक जीवन शैली अपनाए जाने के बावजूद आज भी मासिक धर्म पर

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Jul 2019 06:45 AM (IST)Updated: Wed, 10 Jul 2019 07:01 AM (IST)
वादी में मासिक धर्म के कारण  अब नहीं छोड़नी पड़ेगी पढ़ाई
वादी में मासिक धर्म के कारण अब नहीं छोड़नी पड़ेगी पढ़ाई

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : घाटी में आधुनिक जीवन शैली अपनाए जाने के बावजूद आज भी मासिक धर्म पर कोई खुलकर बात नहीं करता। यह वर्जित विषय माना जाता है। ग्रामीण अंचलों के साथ-साथ शहरी इलाकों में भी कई लड़कियों को पढ़ाई छोड़नी पड़ी है, लेकिन अब उनके लिए सभी स्कूलों और कॉलेजों में नैपकिन डिस्पेंसर व इनसिनिरेटर लगाए जा रहे हैं।

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भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआइ) ने जिला बडगाम में सभी स्कूलों व कॉलेजों में नैपकिन डिस्पेंसर व इनसिनिरेटर स्थापित करना शुरू कर दिए हैं। एएआइ ने राज्य सरकार को ग्रामीण अंचलों में चिकित्सा सेवाएं बेहतर उपलब्ध कराने के लिए दो क्रिटिकल केयर एंबुलेंस भी उपलब्ध कराई है।

वादी में एक अध्ययन के मुताबिक, माध्यमिक, उच्च व हायर सेकेंडरी स्कूलों में दाखिले के बाद पढ़ाई छोड़ने वाली अधिकांश लड़कियों ने मासिक धर्म की जटिलताओं के कारण पढ़ाई छोड़ी है। श्रीनगर से सटे जिला बडगाम में ही बीते छह माह के दौरान 1200 सरकारी स्कूलों में से 300 लड़कियों ने पढ़ाई छोड़ी है। लड़कियों को तनाव झेलने की जरूरत नहीं : सहरीश असगर

जिला उपायुक्त बडगाम सहरीश असगर ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए खुद लड़कियों में मासिक धर्म को लेकर जागरूकता पैदा करने का बीड़ा उठाया है। वह लड़कियों के स्कूलों में जाकर उन्हें समझा रही हैं कि इसमें शर्म की बात नहीं है। इसे लेकर तनाव झेलने की जरूरत भी नहीं है और न किसी से अलग थलग रहना है। उन्होंने इस संदर्भ में एएआइ के अधिकारियों से संपर्क किया। एएआइ ने बडगाम के सभी स्कूलों में नैपकिन डिस्पेंसर व इनसिनिरेटर स्थापित करने पर सहमति देते हुए काम शुरू कर दिया है। एएआइ ने दो क्रिटिकल केयर एंबुलेंस भी देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि हमने सभी 106 हायर सेकेंडरी स्कूलों, पांच डिग्री कॉलेजों और एक आइटीआइ में नैपकिन डिस्पेंसर व इनसिनिरेटर स्थापित करने का फैसला किया है। जिला उपायुक्त कार्यालय और जिला बडगाम के अंतर्गत श्रीनगर एयरपोर्ट पर भी यह सुविधा होगी। एएआइ ने हमारी मदद करने का फैसला किया है। कारपॉरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत एएआइ जिले में सभी शिक्षण संस्थानों में नैपकिन डिस्पेंसर व इनसिनिरेटर स्थापित कर रहा है। यह प्रक्रिया एक माह में पूरी हो जाएगी। पहाड़ी इलाकों में दो क्रिटिकल केयर एंबुलेंस प्रदान की : आकाशदीप

एयरपोर्ट डायरेक्टर श्रीनगर आकाशदीप माथुर ने कहा कि हमने बडगाम में स्कूलों और कॉलेजों में नैपकिन डिस्पेंसर व इनसिनिरेटर स्थापित करना शुरू कर दिए हैं। पहाड़ी इलाकों में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए दो क्रिटिकल केयर एंबुलेंस भी प्रदान की हैं। हम चाहते हैं कि कोई भी बच्ची बुनियादी सुविधाओं, स्वच्छता व स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में पढ़ाई न छोड़े। वादी के अन्य जिलों में अपनी इस पहल के विस्तार की संभावना पर उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहता कि एयरपोर्ट के आसपास के इलाकों में ही इस तरह की सुविधाएं प्रदान करें क्योंकि ऐसी स्थिति में हम चीजों को अच्छी तरह नियंत्रित कर सकते हैं। अगर राज्य सरकार की तरफ से किसी अन्य जिले के लिए आग्रह आता है तो हम उस पर भी गौर कर सकते हैं।


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