शुजात की हत्या के साजिशकर्ता गुल के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस की तैयारी
श्रीनगर राज्य ब्यूरो/एजेंसी जम्मू कश्मीर पुलिस ने पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या के साजिशकर्ता
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो/एजेंसी : जम्मू कश्मीर पुलिस ने पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या के साजिशकर्ता लश्कर आतंकी सज्जाद गुल के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी कराने के लिए मंगलवार को सीबीआइ से संपर्क किया। सज्जाद गुल वर्ष 2017 से पाकिस्तान में छिपा बैठा है। भारत में सीबीआइ ही इंटरपोल के लिए एक नोडल संस्था है। सीबीआइ के जरिए ही किसी के खिलाफ विश्वव्यापी अलर्ट के लिए इंटरपोल को आग्रह भेजा जाता है। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा भेजे गए दस्तावेज प्राप्त कर लिए गए हैं और आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा कर उन्हें इंटरपोल के मुख्यालय में भेज दिया जाएगा।
कश्मीर के वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी को 14 जून 2017 को आतंकियों ने लालचौक के साथ सटे प्रेस एन्कलेव में उनके कार्यालय के नीचे मौत के घाट उतार दिया था। उनकी हत्या में लश्कर आतंकी नवीद जट्ट, मुजफ्फर और आजाद अहमद मलिक शामिल थे। ये तीनों आतंकी बाद में सुरक्षाबलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में मारे गए थे। पुलिस ने अपनी जांच में बताया कि था कि सोशल मीडिया पर लगातार शुजात बुखारी के खिलाफ कश्मीरफाइटवर्डप्रेस.काम और फेसबुक एकाउंट कडवा सच कश्मीर और ट्वीटर हैंडल अहमद खालिद अहमदएटअहमदखालिदएट313 के जरिए शुजात बुखारी के खिलाफ एक दुष्प्रचार अभियान चलाया जा रहा था। कई बार उन्हें धमकाने वाले व जान से मारने वाले पोस्ट भी लिखे गए।
पुलिस ने जांच में पता लगाया कि यह सारा दुष्प्रचार पाकिस्तान में बैठा लश्कर आतंकी सज्जाद गुल चला रहा था। उसने ही शुजात की हत्या की साजिश रची और कश्मीर में सक्रिय आतंकियों को इस वारदात को अंजाम तक पहुंचाने के लिए कहा था। पुलिस के मुताबिक, श्रीनगर में डाउन-टाउन का रहने वाला सज्जाद गुल वर्ष 2003 में दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़ा गया था। कुछ समय बाद वह छूट गया और उसने जयपुर से एमबीए की डिग्री हासिल की। इसके बाद वह श्रीनगर लौटा और वर्ष 2016 में एक आतंकी मामले में पकड़ा गया, लेकिन जल्द ही जमानत पर छूट गया। बाद में गुल का परिवार श्रीनगर के एचएमटी इलाके में चला गया था।
राज्य पुलिस ने बुखारी के फेसबुक और ट्वीटर हैंडल पर डाटा के संरक्षण के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका को म्यूचल लीगल असिस्टेंस ट्रीटी (एमएलएटी) भी भेजी है। अमेरिका और भारत दोनों के बीच वर्ष 2005 पर एमएलएटी तय है। इसके तहत दोनों मुल्क आतंकवाद, ड्रग्स, मानव तस्करी व अन्य अपराधों पर रोकथाम के लिए एक-दूसरे का सहयोग करते हैं।