शंकराचार्य मंदिर में शांति व सौहार्द के लिए प्रार्थना
राज्य ब्यूरो श्रीनगर डल झील किनारे गोपाद्री पर्वत पर स्थित शंकराचार्य मंदिर में वीरवार को पूजा अर्चना की गई।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : डल झील किनारे गोपाद्री पर्वत पर स्थित शंकराचार्य मंदिर में वीरवार को स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती के नेतृत्व में देश-विदेश से आए उनके अनुयायियों ने भगवान शंकर की पूजा अर्चना कर देश व राज्य में शांति और सौहार्द की बहाली के लिए प्रार्थना की।
सुंदरबनी, राजौरी के विश्वात्मानंद सरस्वती और उनके अनुयायियों ने भगवान शिव का जलाभिषेक भी किया। जलाभिषेक के बाद मंदिर के प्रांगण में कांची मठ से आए 50 अग्निहोत्री पुरोहितों ने हवन यज्ञ भी किया।
स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती ने इस अवसर पर कहा कि गोपाद्री पर्वत और इसके शिखर पर स्थित भगवान शंकर का यह मंदिर न सिर्फ शैव परंपरा में बहुत महत्वपूर्ण है बल्कि यह सनातन परंपरा और हमारी धार्मिक आस्था का भी एक बड़ा केंद्र है। आज यहां जो पूजा और हवन का आयोजन किया गया है, उसके लिए कांची पीठ से विशेष तौर पर पुरोहित आए हैं। उन्होंने कहा कि पूरे ब्रह्मांड में शांति हो। राष्ट्र व राज्य में सुख-शांति, सौहार्द व समृद्धि का वातावरण रहे, इसलिए यह पूजा की गई है।