जम्मू-कश्मीर में एक सप्ताह में 14 आतंकी ढेर, मंसूबे हो रहे ध्वस्त
terrorists killed in Jammu and Kashmir. जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने एक सप्ताह में 14 आतंकी मार गिराए हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। मतदान से पूर्व चुनाव प्रक्रिया को सुरक्षित व शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए सुरक्षाबलों ने अपने आतंकरोधी अभियान को गति प्रदान कर दी है। शुक्रवार को लालचौक से करीब 17 किलोमीटर दूर नौगाम में हुई मुठभेड़ में जैश के दो आतंकियों को मार गिराया। मुठभेड़ में आतंकी ठिकाना बना मकान भी तबाह हुआ और पांच सैन्यकर्मी जख्मी भी हुए। वादी में बीते एक सप्ताह के दौरान विभिन्न मुठभेड़ों में 14 आतंकी सुरक्षाबलों की गोली का शिकार बन चुके हैं। साथ ही, कई आतंकी ठिकाने भी ध्वस्त कर दिए गए हैं।
नौगाम मुठभेड़ की जानकारी देते आइजीपी कश्मीर डॉ. एसपी पानि ने बताया कि जैश ए मोहम्मद के आतंकियों के एक दल के सुटसु (नौगाम) में छिपे होने की सूचना बीती रात को ही मिली थी। उस समय सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के एक संयुक्त कार्यदल ने घेराबंदी की। शुक्रवार तड़के करीब साढ़े चार बजे जब जवानों ने आतंकियों के ठिकाने की तरफ बढऩा शुरू किया तो वहां मौजूद आतंकियों ने ग्रेनेड दागे। जवानों ने भी तुरंत अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। इसके बाद तीन घंटे चली मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने दोनों आतंकियों को ढेर कर दिया।
आइजीपी ने बताया कि मारे गए दोनों आतंकी जैश ए मोहम्मद से संबंध रखते हैं। इनमें एक विदेशी कमांडर है। मारे गए आतंकियों के पास से अमेरिकी सेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एम-4 राइफल के अलावा एक इनसास राइफल मिली है।
इस बीच, संबंधित सूत्रों ने बताया कि आतंकियों को मार गिराने के अभियान के दौरान सेना के एक पैराकमांडो समेत पांच सैन्यकर्मी जख्मी हुए हैं। यह सभी सेना के 92 बेस अस्पताल में उपचाराधीन हैं। एक घायल की हालत चिंताजनक बनी हुई है। उन्होंने बताया कि मारे गए दोनों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से हैं और उनमें एक स्थानीय हैं। सूत्रों की मानें तो बृहस्पतिवार रात शुरू हुए इस अभियान में पांच आतंकियों के छिपे होने की सूचना थी। माना जा रहा है कि तीन आतंकी बच निकलने में कामयाब रहे हैं। मारे गए दोनों आतंकी भी ठिकाना छोड़ चु़के थे और मकान के बाहरी हिस्से में फंस गए थे।
आतंकियों के मंसूबे हो रहे ध्वस्त
राज्य पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकी चुनाव प्रक्रिया में खलल डालने की हरसंभव साजिश कर रहे हैं। उनके मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ अपने अभियान तेज कर दिए हैं। इन अभियानों में एक सप्ताह के भीतर अब तक 14 आतंकी मारे गए हैं।
उन्होंने बताया कि 22 मार्च को उत्तरी कश्मीर के कंडी कलांतरा व हाजिन में दो अलग अलग मुठभेड़ों में जैश व लश्कर के चार आतंकी मारे गए थे। इसी दिन दक्षिण कश्मीर के रत्नीपोरा शोपियां में जैश के दो आतंकी मारे गए। वारपोरा सोपोर में 23 मार्च को सुरक्षाबलों ने जैश के दो आतंकियों को मार गिराया। वीरवार 28 मार्च को जम्मू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से चंद घंटे पहले भी दक्षिण कश्मीर के शोपियां और उत्तरी कश्मीर के यारु (हंदवाड़ा) में दो-दो आतंकी सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए।