डीडीसी चुनावों में भाजपा के 11 दिग्गजों ने 35 रैलियों में घेरा कश्मीर के सियासी दलों को
जिला विकास परिषद चुनाव के पांचवें चरण के प्रचार के आखिरी दिन मंगलवार को भाजपा के 11 दिग्गज नेताओं प्रदेश भर में 35 रैलियां कर जनता में जोश भर दिया। इसमें चार केंद्रीय मंत्री प्रमुख रूप से शामिल रहे।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जिला विकास परिषद चुनाव के पांचवें चरण के प्रचार के आखिरी दिन मंगलवार को भाजपा के 11 दिग्गज नेताओं प्रदेश भर में 35 रैलियां कर जनता में जोश भर दिया। इसमें चार केंद्रीय मंत्री प्रमुख रूप से शामिल रहे। पूरे चुनावी प्रचार में भाजपा नेताओं ने कश्मीर केंद्रित दलों को निशाने पर लिया।
जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार कोई चुनाव हो रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनावों के लिए जमीन तैयार करने वाले ये चुनाव भाजपा के लिए अहम का सवाल है। वह पूरी ताकत के साथ इन चुनावों में उतरी है। इसलिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री से लेकर पार्टी के दिग्गज नेताओं को उतार दिया है। जम्मू जिले के बिश्नाह और आरएसपुरा में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी कश्मीर के दलों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि गुपकार के दलों की हकीकत लोगों को पता चल गई है। इसकी वह अपनी पहचान छिपाकर चुनाव लड़ रहे हैं। उनके उम्मीदवार कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस व पीडीपी के चुनाव चिह्न पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। इसका कारण यह है कि इन दलों के पास लोगों के विकास के लिए कुछ नहीं है। बिश्नाह के सरोर और पृथ्वीपुर गांव में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण अब आजादी के बाद रिफ्यूजियों को नागरिकता का अधिकार मिला। अब वे डीडीसी चुनाव में पहली बार अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट डाल सकते हैं। गुपकार के दलों ने लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया था: अनुराग
राजौरी जिले में प्रचार करने पहुंचे केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री एवं प्रदेश में चुनाव प्रभारी अनुराग ठाकुर ने कहा कि श्रीनगर के गुपकार रोड पर आलीशान बंगलों में रहने वाले कश्मीर केंद्रित दलों ने सरहद पर बसने वालों को उनके हाल पर छोड़ दिया। अब मोदी सरकार उनके लिए बंकर बना रही है। अब्दुल्ला-मुफ्ती परिवारों ने सिर्फ अपना भला किया, लेकिन केंद्र सरकार लोगों को सुविधाएं दे रही है। योजनाओं को सभी को लाभ मिल रहा: वीके सिंह
कठुआ में केंद्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह ने कहा कि पिछले छह सालों में जितना विकास जम्मू कश्मीर में हुआ है, उतना पिछले सत्तर सालों में नहीं हो सका। केंद्र सरकार ने करीब 170 जनकल्याणकारी योजनाएं लागू कर रखी है। इसका प्रत्येक वर्ग के लोगों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने सवाल पूछा कि कौन आपके क्षेत्र का विकास करा सकता है, इस पर विचार किया जाना चाहिए। वहीं, सांबा के नड में चुनावी रैली में उन्होंने कश्मीर के राजनीतिक दलों को निशाना बनाया। पंजाबी, पहाड़ी और गोजरी को भी आधिकारिक भाषा का दर्जा देगी सरकार: जितेंद्र
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा: पीएमओ में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने डीडीसी चुनाव में खड़े भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में मंगलवार को कोटली दौला गांव में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार डोगरी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया है, उसी तरह आने वाले दिनों में केंद्र सरकार पंजाबी, पहाड़ी और गोजरी को भी जम्मू कश्मीर की आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कई दशक तक केंद्र की सत्ता में रही, लेकिन जम्मू कश्मीर की क्षेत्रीय भाषाओं को सम्मान नहीं दिया। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार क्षेत्रीय भाषाओं को उनका सम्मान दिलाएगी। यदि गुपकार गैंग में शामिल पार्टियों के लोग सत्ता में आएंगे तो वे डोगरी सहित अन्य भाषाओं का दर्जा भी छीन लेंगे।
इन नेताओं की हुई रैलियां
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर राजौरी में
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह सांबा में
केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह जम्मू में
केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन कश्मीर में
प्रदेश प्रभारी तरुण चुग कश्मीर में
सह प्रभारी आशीष सूद ऊधमपुर में
प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना राजौरी में
डॉ. निर्मल सिंह कठुआ व सांबा में
कविंद्र गुप्ता जम्मू में
जुगल किशोर शर्मा रामबन में
सत शर्मा कठुआ में