Move to Jagran APP

जम्मू-कश्मीर: महबूबा मुफ्ती से श्रीनगर में मुलाकात करेगा पीडीपी का प्रतिनिधिमंडल

Mehbooba Mufti. पीडीपी का 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को श्रीनगर में पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती से मुलाकात करेगा।

By Sachin MishraEdited By: Published: Sun, 06 Oct 2019 05:15 PM (IST)Updated: Sun, 06 Oct 2019 05:15 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर: महबूबा मुफ्ती से श्रीनगर में मुलाकात करेगा पीडीपी का  प्रतिनिधिमंडल
जम्मू-कश्मीर: महबूबा मुफ्ती से श्रीनगर में मुलाकात करेगा पीडीपी का प्रतिनिधिमंडल

नई दिल्ली, एएनआइ। जम्मू-कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) का 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को श्रीनगर में पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती से मुलाकात करेगा।

loksabha election banner

रविवार को नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) का प्रतिनिधिमंडल व पार्टी के 15 सदस्यीय दल ने दो महीने से नजरबंद नेकां प्रमुख व पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की। इस मौके पर नेकां नेताओं ने कहा कि अनुच्छेद 370 की वापसी के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा। इन नेताओं से मुलाकात के दौरान फारूक अब्दुल्ला-पत्‍‌नी मोली अब्दुल्ला सहित पार्टी नेताओं के साथ खिंचवाया। 

गौरतलब है कि गत पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित राज्यों में विभाजित करने से पैदा हालात के मद्देनजर राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर राज्य के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के करीब 12 प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं को एहतियातन हिरासत में लिया था। वहीं, नेकां अध्यक्ष डॉ. फारूक को 15 सितंबर को प्रशासन ने पीएसए के तहत बंदी बनाया गया था। 

24 अक्टूबर को ब्लॉक डेवलेपमेंट (बीडीसी) चुनाव भी होने वाले हैं। उमर को राज्य सरकार ने हरि निवास में एहतियातन हिरासत में रखा हुआ है, जबकि डॉ. फारूक अब्दुल्ला अपने ही घर में कैद हैं।

कश्मीर में सुधरते हालात और निकट भविष्य में होने जा रहे ब्लॉक विकास परिषद (बीडीसी) के चुनाव की प्रक्रिया के मद्देनजर राज्य सरकार ने गत पांच अगस्त को एहतियातन हिरासत में लिए गए राजनीतिक नेताओं व कार्यकर्ताओं की रिहाई शुरू कर दी है। जम्मू प्रांत में मुख्यधारा की सियासत से जुड़े सभी प्रमुख राजनीतिक नेताओं को नजरबंदी से मुक्त कर दिया गया है। घाटी में नेताओं की पृष्ठभूमि और राज्य की संवैधानिक स्थिति में बदलाव को लेकर उनकी विचारधारा का आकलन करने के बाद उन्हें रिहा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अलबत्ता, तीनों पूर्व मुख्यमंत्रियों डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उमर और महबूबा व कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं ने रिहाई के लिए बांड व अन्य प्रशासनिक शतरें को मानने से इनकार कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस के बड़े नेता अभी नजरबंद ही रहेंगे।

राज्य में अब तक नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस से जुड़े करीब तीन दर्जन प्रमुख नेता जिन्हें कथित तौर पर नजरबंद बनाया गया था, उन्हें मुक्त कर दिया गया है। अलबत्ता, राज्य के तीनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के अलावा पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन और नौकरशाही छोड़ रियासत की सियासत में सक्रिय हुए शाह फैसल समेत करीब एक हजार प्रमुख नेता व कार्यकर्ता फिलहाल एहतियातन हिरासत या नजबंद हैं।

जम्मू-कश्मीर की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.