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नाले के उस पार स्कूल, कैसे जोखिम उठाये नन्हें बच्चे

बारिश के बाद बडे़ जलस्तर के कारण पिछले कई दिनों से गांवों का संपर्क कट गया है, लोगों को नाले पार करने में मुश्किल हो रहा है।

By Edited By: Published: Wed, 22 Aug 2018 01:36 AM (IST)Updated: Wed, 22 Aug 2018 10:23 AM (IST)
नाले के उस पार स्कूल, कैसे जोखिम उठाये नन्हें बच्चे
नाले के उस पार स्कूल, कैसे जोखिम उठाये नन्हें बच्चे

कालाकोट, जेएनएन। क्षेत्र के गांव केरी का स्कूल नाले के उस पार गांव कुरल में है। इस कारण बच्चों को शिक्षा का अधिकार नहीं मिल पा रहा है। केरी नाले में बारिश के कारण पानी का जलस्तर पर बढ़ गया है। नाले पर कोई पुल नहीं है। इस कारण गांव के बच्चे स्कूल भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। बच्चों को स्कूल पहुंचने के लिए पानी से भरे नाले को पार करना मुश्किल हो गया है। 

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ग्रामीणों के अनुसार लगातार हो रही बारिश से नाले में जलस्तर बढ़ गया है। इस कारण लोग अपने फूल से बच्चों को स्कूल भेजने से भी कतरा रहे हैं। नाले को पार करना बच्चों के साथ-साथ बड़ों के लिए भी किसी जोखिम से कम नहीं है। जब भी बारिश होती है तो बच्चों की शिक्षा पर ग्रहण लग जाता है। ग्रामीण राकेश कुमार, रवि कुमार, सुभाष चंद्र, पंकज शर्मा आदि ग्रामीणों ने बताया कि केरी कुरल गांव के बीच एक बड़ा नाला है। बारिश के बाद बडे़ जलस्तर के कारण पिछले कई दिनों से गांवों का संपर्क कट गया है, लोगों को नाले पार करने में मुश्किल हो रहा है। केरी से बच्चे पढ़ाई के लिए मिडिल स्कूल कुरल या फिर हाई स्कूल सोलकी जाते हैं। मगर नाले ने बच्चों के शिक्षा हासिल करने जाने से पांव रोक लिए हैं।

इससे बच्चों की शिक्षा काफी हद तक प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि नाले ने न केवल बच्चों को शिक्षा से महरूम किया है बल्कि आम लोग भी नाले की वजह से परेशानी में हैं। क्योंकि नाले की वजह से गांव का संपर्क कटा हुआ है। लोग नाले के कारण गांव से बाहर कहीं भी आवाजाही नहीं कर पा रहे वरना ही लोग अपने जरूरी कार्यों को पूरा कर पा रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि हमारी राज्य प्रशासन से मांग है कि केरी से कुरल गांव को जोड़ने वाले नाले पर पुल बनाकर हमारी परेशानी को दूर किया जाए। ताकि विद्याíथयों के साथ साथ आम लोगों की समस्या भी दूर हो सके।


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