मुश्किल हैं हालात पर बुलंद जज्बात, बर्फीले तूफानों में भी अडिग है जवानों का हौसला
Snow storm. बर्फ के बीच में ही दिन-रात जवान सीमा पर गश्त करने के साथ-साथ अपनी पोस्ट पर रात को डटे रहते हैं।
राजौरी, गगन कोहली। जमा देने वाली ठंड और उस पर लगातार हिमपात। दूर-दूर तक फैली बर्फ की चादर और उस पर हिस्खलन की चुनौतियां। दुश्मन की नापाक हरकतों के साथ भारतीय सीमा के अग्रिम मोर्चों पर तैनात जवानों को दिन-रात दो-चार होना पड़ रहा है। पर यह सब चुनौतियां उनके हौसलों को क्षणिक भी डिगा नहीं पाई। सजग, चौकस हरपल दुश्मन की नापाक हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देने में जुटे ही हैं, मौसम की चुनौतियों को भी बौना साबित कर रहे हैं।
पुंछ व राजौरी के अधिकतर अग्रिम क्षेत्रों में इस मौसम में तीन से चार फुट मोटी बर्फ की सफेद चादर बिछी चुकी है। इन क्षेत्रों में एक मिनट भी बाहर रहना आफत को दावत देना होता है, लेकिन हमारे जवान हर पल इन चुनौतियों को बौना साबित करते हुए मोर्चों पर अडिग हैं। बर्फ के बीच में ही दिन-रात सीमा पर गश्त करने के साथ-साथ अपनी पोस्ट पर रात को डटे रहते हैं और थोड़ी सी भी हलचल होने पर दुश्मन को वहीं ढेर कर देते हैं।
पुंछ के साब्जियां सेक्टर, मंडी सेक्टर, लोरन सेक्टर, कृष्णा घाटी सेक्टर, बलनोई सेक्टर, हमीरपुर सेक्टर, मनकोट सेक्टर, बालाकोट सेक्टर में इस बार बर्फबारी ने सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पर यह बर्फबारी हमारे जवानों के देश सेवा के जज्बे के समक्ष बौनी ही साबित हुई है।
भारी बर्फबारी के बीच भी जवान कई किलोमीटर तक कर रहे गश्त
सीमांत क्षेत्रों के साथ साथ अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी भारी बर्फबारी हुई है। हमारे जवान इस मुश्किल वक्त में भी सख्त पहरा दे रहे हैं। बर्फबारी के बीच में ही हमारे जवान कई किलोमीटर की गश्त करते हैं और फिर अपने शिविर में आकर कुछ समय के लिए आराम करते हैं। उसके बाद फिर से गश्त पर निकल जाते हैं।
देश के लिए जान की बाजी लगाने से नहीं चूकते
राजौरी व पुंछ दोनों जिलों में भारी बर्फबारी हो रही है हमारे जवान इस बर्फबारी व जम जाने वाली सर्दी के बीच में भी सीमाओं की रक्षा कर रहे है। इस दौरान दुश्मन की हर हरकत पर नजर रहती ही है और उनसे निपटने के लिए वह जान की बाजी लगाने से भी नहीं चूकते।
हर पल रहते हैं मुख्यालय से संपर्क में
बर्फबारी के बीच हमारे जो भी जवान गश्त पर निकलते हैं, इस दौरान भी वायर लेस के माध्यम से अपने मुख्यालय में रहता है और पल पल की जानकारी वायर लेस के माध्यम से दी जाती है। अगर कोई संदिग्ध हलचल नजर आती है तो उसी समय जवान मुख्यालय को सूचित कर देते हैं ताकि मदद मिल सके।
पूरी रात बर्फ में घात लगाकर बैठे रहते हैं हमारे जांबाज
बर्फबारी के बीच भी सीमा पर सेना के जवान घात लगाकर पूरी रात चौकस तैनात रहते है। हर रात को हर मौसम में जवान घात लगाकर बैठते है। ऐसी पोजिशन पर माेर्चे में रहते हैं जिससे वह दुश्मन की नजर में आए बिना उसकी हर हरकत पर नजर रख सकें। इस क्षेत्र में घुसपैठ की संभावना अधिक रहती है। पाक सेना के घुसपैठ के कई प्रयासों को नाकाम भी चौकस जवान बना चुके हैं।