साहब! 1500 में नहीं हो रहा गुजारा
संवाद सहयोगी, सुंदरबनी : केंद्र व राज्य सरकारें जमीनी स्तर पर जो भी रिपोर्ट करती है उसमें नंबरदार चौ
संवाद सहयोगी, सुंदरबनी : केंद्र व राज्य सरकारें जमीनी स्तर पर जो भी रिपोर्ट करती है उसमें नंबरदार चौकीदारों की विशेष भूमिका रहती है। इसके बावजूद उन्हें बहुत कम वेतन मिल रहा है। इससे चौकीदारों और नंबरदारों को अपने परिवार का पालन पोषण करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। अब चौकीदारों व नंबरदारों को राज्यपाल से उम्मीद बंधी है। यह बात चौकीदार व नंबरदार एसोसिएशन के प्रधान कमल नैन शर्मा ने बुधवार को आयोजित बैठक में कही।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि चौकीदार व नंबरदार अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निभा रहे हैं तो उनकी समस्याओं पर राज्यपाल प्रशासन को गंभीरता से विचार करना चाहिए। आज जमाने में 15 सौ वेतन में एक परिवार का पालन पोषण करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में जब गुलाम नबी आजाद मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने चौकीदारों और नंबरदारों का वेतन पांच सौ से बढ़ाकर 15 सौ कर दिया, लेकिन इस बेलगाम महंगाई में इस पैसे से परिवार को दो वक्त की रोटी भी जुटाना संभव नहीं है। इसलिए राज्यपाल प्रशासन से उनकी मांग है कि चौकीदारों व नंबरदारों की माली हालत को देखते हुए उनका वेतन बढ़ाया जाए ताकि वे भी अपने परिवार का पालन पोषण कर सके। बैठक में काफी संख्या में चौकीदार व नंबरदार मौजूद रहे।