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दरहाल अस्पताल में डॉक्टरों की कमी, लोग परेशान

जागरण संवाददाता राजौरी उप जिला अस्पताल दरहाल जिस पर पचास से अधिक गांवों के बीस हजार से

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 08:48 PM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 08:48 PM (IST)
दरहाल अस्पताल में डॉक्टरों की कमी, लोग परेशान
दरहाल अस्पताल में डॉक्टरों की कमी, लोग परेशान

जागरण संवाददाता, राजौरी: उप जिला अस्पताल दरहाल, जिस पर पचास से अधिक गांवों के बीस हजार से अधिक लोग निर्भर है। अस्पताल में उपचार करवाने के लिए रोजाना दो सौ से अधिक लोग आते है, लेकिन डाक्टरों की कमी व सुविधाओं के अभाव में मरीजों को मजबूरी में या तो राजौरी जाना पड़ता है या फिर जिले से बाहर।

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उप जिला अस्पताल दरहाल में 11 मेडिकल अधिकारी यानी एमबीबीएम डॉक्टर के पद मंजूर है, लेकिन मात्र दो डॉक्टर के सहारे ही काम चल रहा है। 9 डाक्टरों के पद पिछले कई वर्षों से खाली पड़े हुए है। उप जिला अस्पताल में सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद मंजूर किए गए है, लेकिन आज तक एक भी विशेषज्ञ डॉक्टर इस उप जिला अस्पताल में नहीं आया। अस्पताल के अंदर ऑपरेशन थियेटर भी बनाया गया है, लेकिन सर्जन व बेहोशी का डॉक्टर न होने के कारण पिछले कई वर्षों से ऑपरेशन थियेटर भी बंद पड़ा हुआ है। अल्ट्रा साउंड मशीन लगी हुई है, जिसे सप्ताह में एक दिन दूसरे चिकित्सा केंद्र से डॉक्टर आकर चला रहा है।

जानकारी अनुसार उप जिला अस्पताल में स्थायी रूप से चिकित्सा अधिकारियों के सात पद हैं और दरहल उप जिला अस्पताल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से चार, नियमित और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की तरफ से एक-एक चिकित्सक वर्तमान में अस्पताल में नियुक्त हैं। नियमित रूप से चिकित्सा अधिकारियों के सात पदों में से छह और एनएचएम की ओर से चार में से तीन लंबे समय से खाली पड़े हैं। पहले एनएचएम की ओर से तीन डॉक्टरों को अस्पताल में पहले ही पोस्ट किया गया था, लेकिन उनमें से एक प्रसूति अवकाश के लिए चली गई और विभाग ने किसी भी वैकल्पिक डॉक्टर को भेजने की जहमत नहीं उठाई, जबकि हाल ही में अधिकारियों ने एनएचएम की ओर से केवल एक डॉक्टर को छोड़ दिया।

इसके साथ ही, अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों के पांच पद हैं और सभी खाली पड़े हैं। इन डॉक्टर पदों में एनेस्थीसिया, चिकित्सक, स्त्री रोग, बाल रोग विशेषज्ञ और सर्जन शामिल हैं। ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी दरहाल डॉ. सज्जाद रशीद ने बताया कि डॉक्टरों की कमी से संबंधित मामला पहले से ही संबंधित अधिकारियों के ध्यान में है, इसके बावजूद भी डॉक्टरों की कमी को दूर नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रोजाना दो सौ के करीब लोग उपचार के लिए आते हैं। डाक्टरों की कमी के कारण सभी की जांच करना दो डॉक्टरों के लिए काफी मुश्किल भरा काम है। अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर के बारे में पूछे जाने पर बीएमओ ने कहा कि ऑपरेशन थिएटर में सभी प्रकार की आवश्यक बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं, लेकिन सर्जन की अनुपस्थिति के कारण इसका उपयोग नहीं किया जा रहा है। अल्ट्रा साउंड मशीन के संबंध में बीएमओ ने कहा कि एक डॉक्टर को दूसरे चिकित्सा केंद्र से सप्ताह में एक दिन आता है और मरीजों के अल्ट्रा साउंड करता है। - बाक्स---

दरहाल के साथ हो रहा भेदभाव अस्पताल इसका उदाहरण दरहाल के लोगों ने कहा कि दरहाल तहसील में हर मोर्चे पर नौकरशाही और राजनीतिक तौर पर भेदभाव हो रहा है और दरहाल अस्पताल इसका जीता जागता उदाहरण है। सद्दाम मलिक, उमेर मिर्जा, मुहम्मद इकबाल, मुनाफ अहमद आदि ने कहा कि सड़क संपर्क, शिक्षा क्षेत्र, बिजली और स्वास्थ्य क्षेत्र से दरहाल का हर मोर्चे पर भेदभाव किया जा रहा है। दरहाल अस्पताल उप जिला अस्पताल स्तर का है, लेकिन इस समय केवल दो डॉक्टर नियुक्त हैं जो इसे एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बराबर बनाता है। पिछले काफी समय से डॉक्टरों की कमी को दूर करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।


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