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पुंछ में भारी गोलाबारी, जवान शहीद व पोर्टर की मौत

जागरण संवाददाता, राजौरी : पाकिस्तानी सेना ने वीरवार को पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर म

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Oct 2017 02:35 AM (IST)Updated: Fri, 13 Oct 2017 02:35 AM (IST)
पुंछ में भारी गोलाबारी, जवान शहीद व पोर्टर की मौत
पुंछ में भारी गोलाबारी, जवान शहीद व पोर्टर की मौत

जागरण संवाददाता, राजौरी : पाकिस्तानी सेना ने वीरवार को पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर जमकर गोलाबारी की, जिसमें भारतीय सेना का एक सिपाही शहीद व सेना के साथ काम करने वाले एक पोर्टर की भी मौत हो गई। गोलाबारी में भारतीय सेना के पांच जवान व एक पोर्टर घायल भी है। इनमें से तीन जवानों की हालत गंभीर बनी हुई है। इस बीच, भारतीय सेना ने भी पाक सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया, लेकिन सीमा पार हुए नुकसान की तत्काल जानकारी नहीं मिल पाई है।

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शहीद की पहचान सिपाही टीके रेड्डी निवासी आंध्र प्रदेश व पोर्टर की मुहम्मद जाहिर निवासी मंजाकोट (राजौरी) के रूप में हुई है।

सुबह करीब दस बजे कृष्णा घाटी सेक्टर में सरला पोस्ट के पास सिपाही टीके रेड्डी व पोर्टर मुहम्मद जाहिर खच्चर पर सामान लेकर जा रहे थे। तभी सीमा पार से भारी गोलाबारी शुरू हो गई, जिसमें सिपाही टीके रेड्डी शहीद व पोर्टर की मौत हो गई। गोलीबारी में सिपाही कैदार गोरी शंकर, सिपाही नितेश नरे, सिपाही रूप नार बाबा साहिब, नायक आर मुन्तपोंदी, सिपाही नरेंद्र कुमार व सेना का पोर्टर मुहम्मद इसाक घायल हो गए। गोलाबारी के बीच ही अन्य जवानों ने सभी घायलों को पास के सैन्य अस्पताल पहुंचाया। जहां से तीन जवानों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हेलीकाप्टर से कमान अस्पताल ऊधमपुर रेफर कर दिया गया। इस बीच, पाक सेना ने खड़ी सेक्टर में भी भारतीय चौकियों को निशाना बनाकर गोलाबारी शुरू कर दी, हालांकि यहां कोई नुकसान नहीं हुआ है। भारतीय सेना ने भी पाक को मुंहतोड़ जवाब दिया। इस बीच, उत्तरी कमान के प्रवक्ता कर्नल एनएन जोशी ने पुष्टि की कि पाक सेना की ओर से किए गए संघर्ष विराम उल्लंघन में एक जवान शहीद व एक पोर्टर की मौत हुई हे।

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सीमा पर हलाल की कार्रवाई तो नहीं :

केरन सेक्टर में हुई नापाक हरकत को सूत्र हलाल दस्ते की कार्रवाई मान रहे हैं। पाक की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते बैट दस्ते को पीछे कर अपने कमांडो व आतंकियों को मिलाकर हलाल दस्ते का गठन किया था। सूत्र दावा कर रहे हैं कि हलाल दस्ते ने ही भारतीय क्षेत्र में दाखिल होकर आइइडी लगाई और उसमें हुए विस्फोट में भारतीय सेना को नुकसान उठाना पड़ा है।

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