ओवरलोडिंग पर अंकुश नहीं, हादसे का खतरा
जागरण संवाददाता, राजौरी : ओवरलो¨डग की समस्या को दूर करने के लिए कोई भी प्रयास नहीं
जागरण संवाददाता, राजौरी : ओवरलो¨डग की समस्या को दूर करने के लिए कोई भी प्रयास नहीं किया जा रहा है। वाहन चालक क्षमता से कई गुना अधिक सवारियों को वाहनों में बैठाकर चल रहे हैं, लेकिन इन्हें रोकने वाला कोई भी नहीं है। ओवरलो¨डग के कारण कई बार सड़क हादसे भी हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद इस संबंध में कोई भी कदम नहीं उठाया जा रहा है।
मौजूदा समय में राजौरी से थन्ना मंडी, दरहाल, ठंडी कस्सी, डूंगी, कल्लर, कालाकोट, कोटरंका, बुद्धल, गंभीर, मंजाकोट, दस्सल आदि ऐसे प्रमुख मार्ग हैं जिनपर अधिकतर ओवरलो¨डग देखी जाती है। यहीं नहीं इन रूटों पर वाहनों की छतों व वाहनों के पीछे विद्यार्थी भी लटक कर सफर करते हुए मिल जाएंगे। न तो ट्रैफिक पुलिस और न ही यातायात विभाग इस समस्या को दूर करने के लिए कोई भी प्रयास कर रहा है। स्थानीय निवासी प्रेम नाथ, भारत भूषण, मुहम्मद मुश्ताक, राम अवतार आदि का कहना है कि यात्री वाहनों से ओवरलो¨डग को दूर करने के लिए कई बार प्रशासनिक अधिकारियों के आगे गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन इसके बावजूद समस्या हल नहीं हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ओवरलो¨डग के कारण कई बार बड़े सड़क हादसे भी हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद इस पर अंकुश नहीं लग रहा है।
इस संबंध में बात करने पर एआरटीओ नीरज कुमार का कहना है कि जो भी वाहन चालक ओवरलो¨डग कर रहे हैं, जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और वाहन चालकों के लाइसेंस तक रद किए जाएंगे।