Move to Jagran APP

कब्र में खाक हो गई देह, पहचान करने में बीतेे सात माह, अब कब्र से निकाल पाक सेना को सौंपा शव

सात माह से कब्र में दफन गुलाम कश्मीर युवक के शव को निकालकर अब पाक सेना के हवाले करदिया गया। शरीर के अंग राख बन चुके थे और शव कंकाल बन चुका है गांव की मिट्टी में दफन किया जाएगा।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 09:10 AM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 09:10 AM (IST)
कब्र में खाक हो गई देह, पहचान करने में बीतेे सात माह, अब कब्र से निकाल पाक सेना को सौंपा शव
कब्र में खाक हो गई देह, पहचान करने में बीतेे सात माह, अब कब्र से निकाल पाक सेना को सौंपा शव

राजौरी, जागरण संवाददाता। सात माह से कब्र में दफन गुलाम कश्मीर के युवक के शव को निकालकर अब पाक सेना के हवाले कर दिया गया। शरीर के अंग खाक बन चुके थे और शव कंकाल बन चुका है और अब उसका गुलाम कश्मीर में उसके गांव की मिट्टी में दफन किया जाएगा।

prime article banner

मंगलवार को अधिकारियों ने मौलवी से तमाम धार्मिक प्रक्रिया पूरी करवाई और उसके बाद भारतीय सेना ने उसे पाक सेना के हवाले कर दिया। इससे पूर्व चिकित्सकों की टीम ने डीएनए सैंपल के लिए शरीर के कुछ अंगों को लिया।

उल्लेखनीय है कि 23 जुलाई 2018 को नियंत्रण रेखा पर नौशहरा सेक्टर में डेल्टा पोस्ट के पास युवक का शव बरामद किया गया था। उसके पास न कोई हथियार मिला था और न ही पहचान का अन्य कोई दस्तावेज। ऐसे में भारतीय सेना ने कयास लगाया था कि वह गुलाम कश्मीर का होगा। पर दस्तावेज न होने से पहचान नहीं हो पाई। तब पाक सेना से भी संपर्क साधा गया लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। अंतत: शव को नौशहरा के उप जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद मोड़ा कंपाला में तमाम धार्मिक प्रकियाएं पूरी करने के बाद दफना दिया गया।

उधर परिवार ने खोज शुरू की। उन तक भारतीय सीमा में शव मिलने की बात पहुंची तो गुलाम कश्मीर के अधिकारियों से संपर्क साधा। उसके भी महीनों बाद पाक सेना ने सुध ली। फिर उन्होंने भारतीय सेना से मदद मांगी। सेना ने फोटो और अन्य दस्तावेज साझा किए तो पहचान की कवायद आगे बढ़ी।

अंतत: मरने वाले युवक की पहचान गुलाम कश्मीर के कोटली गुजरान गांव के मुहम्मद शब्बीर पुत्र मुहम्मद अरशद के रूप में हुई थी। पहचान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पाक सेना ने भारतीय सेना से संपर्क कर शव को पैतृक गांव में अंतिम संस्कार के लिए सौंपने की मांग की।

इसके बाद भारतीय सेना ने जिला मजिस्ट्रेट राजौरी से शव को कब्र से बाहर निकालने के लिए संपर्क किया। पुलिस ने तमाम दस्तावेज पेश किए और उसके बाद शव को कब्र से निकालने का आदेश दिया गया।

मंगलवार को पुलिस, सेना, प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में शव को सात महीने बाद कब्र से निकाला गया। डा. लियाकत हुसैन ने बताया कि डीएनए सैंपङ्क्षलग के लिए शरीर के कुछ अंगों को लिया गया है। शरीर के अंग राख हो चुके थे और मात्र कंकाल ही बचा था। इस दौरान अंतिम संस्कार करवाने वाले मौलवी भी मौजूद रहे।

मौके पर मौजूद एडिशनल एसपी नौशहरा जीएच शर्मा ने बताया कि शव को सेना को सौंप दिया गया है। उसके बाद पाक सेना को सौंपा जाएगा।

जिला उपायुक्त एजाज अहमद असद ने कहा कि पुलिस व सेना के अधिकारियों के अनुरोध पर शव को कब्र से निकालने का आदेश जारी किया गया था। इस दौरान अधिकारियों की टीम के साथ-साथ डाक्टरों की टीम भी मौजूद रही। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.
OK