ओमान में गई मेरे पिया की जान, सरकार, शव ले आओ ¨हदुस्तान
जागरण संवाददाता, राजौरी : ढाई वर्ष पहले मैंने अपने पति का चेहरा देखा था, जब वह काम करने
जागरण संवाददाता, राजौरी : ढाई वर्ष पहले मैंने अपने पति का चेहरा देखा था, जब वह काम करने के लिए अरब देश ओमान जा रहे थे। अब वह दुनियां से विदा ले चुके हैं। मैं आखिरी बार उनका चेहरा देखना चाहती हूं। सरकार मेरे पति का शव वापस ला दो, ताकि मैं उनका चेहरा देख सकू। यह दर्द भरे शब्द विरह की पीड़ा सह रही पत्नी के हैं जो पति की फोटो को सीने से लगा आंखों के आंसू का समंदर लिए केंद्र सरकार से शव को वापस स्वदेश लाने की गुहार लगा रही है।
जम्मू संभाग के राजौरी जिले की दरहाल तहसील के मलूत गांव का मुहम्मद खालीक मिर्जा पुत्र मुहम्मद आजम मिर्जा ढाई वर्ष पहले काम के सिलसिले में अरब देश ओमान गया था। 22 दिसंबर 2018 को अंतिम बार उसने परिजनों से काफी देर बातचीत की। उसके बाद से उसका फोन स्विच ऑफ हो गया। शनिवार यानी कि 19 जनवरी को गुलाम कश्मीर का व्यक्ति जो ओमान में मुहम्मद खालीक संग काम करता था, ने परिजनों को फोन कर बताया कि खालीक की मौत हो चुकी है और शव पिछले दो सप्ताह से वहां के अस्पताल के शव गृह में है। परिजनों ने जब इस बात को सुना तो सारे सन हो गए कि आखिर खालीक को क्या हुआ है। जैसे ही खालीक की मौत की खबर गांव के लोगों को मिली तो घर में लोगों की भीड़ जुटना आरंभ हो गई है और लोग परिजनों को ढांढस बढ़ा रहे हैं। बेटे का शव सरजमीं में करना है दफन
खालीक की मां कनिज फातिमा कहती हैं कि मुझे मेरे बेटे का शव चाहिए। मैं अपने बेटे के शव को अपनी सरजमीं में दफन करना चाहती हूं। केंद्र सरकार हमारी मदद करे और मेरे बेटे का शव वापस वतन में लाए।