अब जनजीवन समाप्त होने पर भी लखनपुर में पाबंदी जारी
जागरण संवाददाता कठुआ जिले में अब कोरोना का प्रकोप लगातार कम होता जा रहा है। इसके चल
जागरण संवाददाता, कठुआ: जिले में अब कोरोना का प्रकोप लगातार कम होता जा रहा है। इसके चलते लोगों को पिछले 10 महीनों से जारी इस महामारी से जल्द मुक्ति मिलने की उम्मीद जग गई है, क्योंकि अब कोरोना वैक्सीनेशन भी शुरू होने से लोगों में इसका खौफ और भी कम होता दिख रहा है।
इसी के चलते लोग अब अपनी रोजमर्रा की जिदगी पहले की तरह सामान्य तौर पर जीने के लिए चल पड़े हैं। हर संस्थान में अब जारी पाबंदियां भी खत्म हो रही है, सार्वजनिक कार्यक्रम भी शुरू हो चुके हैं, लेकिन जम्मू कश्मीर के मुख्य प्रवेश द्वार लखनपुर में अभी भी जारी पाबंदियों को हटाने के लिए सरकार जल्द ही कोई फैसला लेने के लिए तैयार नहीं है। सरकार के इस तरह के रवैये से कठुआ व अन्य जिलों के लोग काफी परेशान हैं। लखनपुर में जारी पाबंदियों के चलते लोगों के कई तरह के जरूरी एवं दिनचर्या के कार्य भी रुके हुए हैं और सामाजिक संपर्क भी कटे हुए हैं। जबकि लखनपुर में अब प्रतिदिन चार से पांच हजार रैपिड टेस्ट में कभी कभार ही एक दो मामले आ रहे हैं। इसी बीच सबसे ज्यादा ट्रांसपोर्टरों को जारी पाबंदी से नुकसान उठाना पड़ रहा है, जबकि पूरे देश में सभी राज्यों में कहीं भी बॉर्डर पर लखनपुर की तरह पाबंदी नहीं है।
इस के चलते गत सप्ताह 12 जनवरी को पंजाब के बस ऑपरेटरों ने भी लखनपुर में जारी पाबंदियों को लेकर रोष जताते हुए कहा कि उनका इस पाबंदी के चलते प्रतिदिन लाखों का घाटा हो रहा है, लेकिन यहां की सरकार उनकी इस परेशानी को सुनने के लिए तैयार नहीं है, जबकि कई बार वे लोग सरकार से मिलकर जारी पाबंदी को खत्म करने की मांग कर चुके हैं। बाक्स---
पाबंदी से पंजाब के ट्रांसपोर्टर भी परेशान
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अमृतसर के महासचिव सुरेंद्र सोढी ने गत 12 जनवरी को लखनपुर में आकर कहा था कि इससे जहां उन्हें प्रतिदिन लाखों रुपये का घाटा हो रहा है, क्योंकि उनके पास बसों के रूट सरकारी तौर पर जम्मू के हैं। लाखों के लोन लेकर इस व्यवस्था को चला रहे हैं, वहीं पिछले दस महीनों से जम्मू कश्मीर में पर्यटक आने से परहेज कर रहे हैं। पंजाब से उनकी बस जहां आकर रोक दी जाती है और सवारियों को आगे जाने की अनुमति होती है,लेकिन उनकी बसों को नहीं। उन्होंने सवाल किया किया कि क्या कोरोना सिर्फ बसों में ही हैक्योकि अगर यात्री सब सुरक्षित है तो बस को जाने पर पाबंदी क्यों ?। इधर जम्मू से दूसरे राज्यों के जाने वाले लोगों को भी जारी पाबंदी के चलते परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग दूसरे राज्यों में सीधे आ जा नही पा रहे हैं। उन्हें लखनपुर में आकर कोरोना की जांच के नाम पर परेशान पड़ता है। ऐसे में अब जम्मू कश्मीर सरकार को लखनपुर पिछले 10 महीनों से लगाई गई इंटरस्टेट गतिविधि हटा देनी चाहिए और लोगों को अब दूसरे राज्यों से आने जाने की अब खुली छूट होनी चाहिए बाक्स--
जिले में सक्रिय कोरोना पाजिटिवों की संख्या मात्र अब 5
जिला में कोरोना के नये मामले अब लगातार कम होने के साथ अब सक्रिय कोरोना के मामले भी कम हो गए हैं। पूरे जिला में वीरवार जहां 3 नये कोरोना पाजिटिव मिले, वहीं सक्रिय कोरोना पाजिटिवों की संख्या मात्र 5 रह गई है। ऐसे में जिला की करीब साढ़े छह लाख आबादी में 5 सक्रिय कोरोना पाजिटिव नहीं के बराबर है। वहीं जिला में अब तक कुल 3252 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। जब कि 3196 स्वस्थ भी हुए हैं। इसके साथ ही 50 लोग जान भी गंवा चुके हैं। कोट्स---
कोरोना का प्रकोप अब जिला में पहले जैसा नहीं रहा है, अब कुछ दिनों से प्रतिदिन कोरोना के नये संक्रमित भी कम आ रहे हैं और सक्रिय कोरोना के मामले भी लगभग खत्म हो चुके है,लेकिन लखनपुर में जारी पाबंदी हटाने का फैसला सरकार का है,फिलहाल अभी तक कोई भी इस से संबंधित नया सरकारी आदेश नहीं है।
-.. ओे पी भगत , डीसी कठुआ
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