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राजौरी में 70.8 प्रतिशत व पुंछ में 71.6 प्रतिशत मतदान

वीरवार को पुंछ जिले के लसाना और पुंछ निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ जबकि राजौरी जिले के कालाकोट और ढांगरी निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ।

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Dec 2020 06:15 AM (IST)Updated: Fri, 11 Dec 2020 06:15 AM (IST)
राजौरी में 70.8 प्रतिशत व पुंछ में 71.6 प्रतिशत मतदान
राजौरी में 70.8 प्रतिशत व पुंछ में 71.6 प्रतिशत मतदान

जागरण संवाददाता, राजौरी : दो घटनाओं को छोड़ दें तो राजौरी और पुंछ में जिला विकास परिषद के पांचवें चरण का मतदान गुरुवार को सुचारु रूप से संपन्न हो गया। वीरवार को पुंछ जिले के लसाना और पुंछ निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ, जबकि राजौरी जिले के कालाकोट और ढांगरी निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ।

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सरकारी अधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराए गए आधिकारिक विवरण के अनुसार, 68.9 प्रतिशत मतदाताओं पुंछ जिला विकास परिषद निर्वाचन क्षेत्र में मतदान किया, जबकि 74.3 प्रतिशत मतदाताओं ने लसाना निर्वाचन क्षेत्र में अपने वोट डाले। दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में 71.6 प्रतिशत मतदान हुआ।

राजौरी जिले में, ढांगरी निर्वाचन क्षेत्र में 71.5 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जबकि कालाकोट में 70.2 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। राजौरी जिले की दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में 70.8 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

अधिकारियों ने कहा कि पुंछ के झलास में भाजपा व गुपकार गठबंधन के कार्यकर्ता आपस में बहस गए। पुलिस के अधिकारियों ने बीच बचाव करके मामला शांत किया। पुंछ जिले के दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में कोई अन्य बड़ी घटना नहीं हुई। जिला आयुक्त पुंछ राहुल यादव ने कहा कि झलास की घटना एक मामूली थी और किसी भी तरह की कोई अन्य घटना कहीं भी नहीं हुई और पांचवें चरण का मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया।

इस बीच, राजौरी में ढांगरी निर्वाचन क्षेत्र के बाल जरालां इलाके में हाथापाई की घटना हुई। इस घटना में भाजपा से जुड़े स्थानीय सरपंच घायल हो गए। अधिकारियों ने कहा कि घटना में एनसी कार्यकर्ताओं और भाजपा के स्थानीय सरपंच के बीच हुई, जिसमें सरपंच विवेक शर्मा घायल हो गए और उन्हें मेडिकल कॉलेज राजौरी में भर्ती करवाया गया है।

भाजपा ने अपने आधिकारिक प्रेस बयान में कहा कि नेकां कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेता विवेक शर्मा पर जानलेवा हमला किया। सरपंच फर्जी मतदान को रोकने के कार्य कर रहा था, लेकिन जब सरपंच मतदान केंद्र से बाहर आया तो उनके ऊपर लोहे की राड से हमला किया गया और वह गिर गया। पार्टी ने आरोप लगाया कि छह हमलावरों में चार चुनाव प्रचार में लगे थे और वे सरकारी कर्मचारी भी हैं।


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