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चार दिवसीय सुंदरकांड कथा का समापन

जागरण संवाददाता राजौरी दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने श्री रघुनाथ मंदिर नौशहरा में चार दिव

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Feb 2021 06:52 AM (IST)Updated: Sat, 27 Feb 2021 06:52 AM (IST)
चार दिवसीय सुंदरकांड कथा का समापन
चार दिवसीय सुंदरकांड कथा का समापन

जागरण संवाददाता, राजौरी : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने श्री रघुनाथ मंदिर नौशहरा में चार दिवसीय सुंदरकांड कथा का एक भव्य कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न किया। कार्यक्रम के समापन के दिन आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुमेधा भारती ने बड़ी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सुंदरकांड श्री रामचरितमानस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मानव जीवन में गिरावट समाज के पतन का कारण है और जब मानव जीवन नैतिक मूल्यों के उच्चतम शिखर पर पहुंच जाता है, तभी एक अच्छे और सुंदर समाज की नींव संभव है।

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उन्होंने आगे कहा कि सुंदरकांड में हमें प्रभु की प्राप्ति के सुंदर मार्ग का पता चलता है। मानव जीवन को सुंदर और श्रेष्ठ बनाने की शिक्षा अपने आप में सन्निहित है। हनुमान चालीसा में वर्णित है कि सबसे पहले गुरु चरण राजा को प्राप्त करें और अपने मन के दर्पण को साफ करें। सतगुरु के चरणों से जाकर अपने जीवन को सुंदर बनाओ और चार फल यानी ब्रह्म ज्ञान को प्राप्त कर भक्ति का सर्वश्रेष्ठ मार्ग चुनो। ईश्वर दर्शन भक्ति के मार्ग की शुरुआत है और भगवान की प्राप्ति का गंतव्य है। कथा के दौरान साध्वी ने हनुमान जी की संपूर्ण यात्रा का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि हनुमान जी ने कैसे सीता माता का पता लगाया, अशोक वाटिका उजाड़ी, कई राक्षसों का वध किया और लंका दहन किया। मंच से देशभक्ति के भजन भी गाए गए। कथा के दौरान स्वामी सुचेतानंद, स्वामी हरिदासनंद, एडीसी सुखदेव सिंह, एएसपी नौशहरा गिरधारी लाल शर्मा, सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष जगदीश साहनी, नरेंद्र शर्मा प्रधान ब्राह्मण सभा, सुभाष कपूर प्रधान व्यापार मंडल आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।


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