बाजार खोलने की शर्तो पर भड़क उठे दुकानदार
जिला आयुक्त मुहम्मद नजीर शेख ने बुधवार की रात को बाजारों को खोलने के लिए एक आदेश जारी किया था लेकिन वीरवार की सुबह बाजारों के खुलने का जब समय हुआ तो प्रशासन व दुकानदार इस फैसले को लेकर आमने-सामने हो गए।
जागरण संवाददाता, राजौरी : जिला आयुक्त मुहम्मद नजीर शेख ने बुधवार की रात को बाजारों को खोलने के लिए एक आदेश जारी किया था, लेकिन वीरवार की सुबह बाजारों के खुलने का जब समय हुआ तो प्रशासन व दुकानदार इस फैसले को लेकर आमने-सामने हो गए। दुकानदारों ने इस आदेश की शर्तो को मानने से इनकार कर दिया और कहा कि एक माह से अधिक समय से दुकानें बंद चल रही हैं। अब बाजार खुलेगा तो पूरा ही खुलेगा। इस दौरान कुछ दुकानदारों की पुलिस के जवानों व अधिकारियों के बहस भी हुई। उसके बाद बाजारों में जो भी दुकानें खुली थी, उन्हें भी दुकानदारों ने बंद करा दिया।
पहले टाउन हाल में सभी दुकानदार जमा हुए और फिर सिटी पुलिस चौकी पर अतिरिक्त जिला आयुक्त ठाकुर शेर सिंह और तहसीलदार रफीक चौधरी के साथ बैठक शुरू हुई, लेकिन बैठक का नतीजा नहीं निकला। फिर शाम को जिला सचिवालय में जिला आयुक्त मुहम्मद नजीर शेख के साथ दुकानदारों की बैठक हुई, जिसमें दुकानदारों ने कहा कि दाएं-बाएं की दुकानों को खोलने के बजाय पुरा बाजार खोला जाए। इस पर जिला आयुक्त ने कहा कि इस संबंध में जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा। दुकानदारों ने अपनी मांग को जिला आयुक्त के समक्ष रखा। जिला आयुक्त ने दुकानदारों ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह कदम उठाया गया। आप लोगों की मांग पर गौर किया जाएगा और जल्द ही नया आदेश जारी किया जाएगा। जिसके बाद दुकानदारों ने कहा कि रविवार को जो आदेश जारी हुआ है, उसका पालन करेंगे। उसके बाद सभी दुकानों को खोलने का आदेश जारी किया जाए नहीं तो हम लोग दुकानों को नहीं खोलेंगे।
प्रशासन द्वारा बुधवार की रात को जो आदेश जारी किया गया था, उसमें कहा गया था कि शुक्रवार से सभी दुकानें खुलेंगी, लेकिन एक दिन दाएं तरफ की सभी दुकानें खुलेंगी तो दूसरे दिन बाएं तरफ की दुकानें। किराने, फल, सब्जी, मीट और दूध विक्रेताओं की दुकानें सुबह दस बजे से दो बजे तक और अन्य दुकानें दो बजे से छह बजे तक खुलेंगी। लेकिन दुकानदारों ने इस फैसले को मानने से साफ इनकार कर दिया। पुलिस और अर्धसैनिक बालों को किया तैनात
प्रदर्शन के दौरान तनाव को देखते हुए प्रशासन ने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को बाजारों में तैनात कर दिया। नगर में दाखिल होने वाले सभी मार्गों को सील कर दिया। दुकानदारों के रोष को देखते हुए पुलिस के अधिकारी व जवान सतर्क रहे। लेकिन कहीं स्थिति अनियंत्रित नहीं हुई।