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Coronavirus: कोरोना की आड़ में घुसपैठ की बड़ी साजिश रच रहा पाकिस्तान

Coronavirus. पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है लेकिन उसका पूरा ध्यान संक्रमण रोकने के बजाए सीमा पर गोला-बारूद जमा करने पर लगा है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 06 Apr 2020 08:14 PM (IST)Updated: Mon, 06 Apr 2020 08:14 PM (IST)
Coronavirus: कोरोना की आड़ में घुसपैठ की बड़ी साजिश रच रहा पाकिस्तान
Coronavirus: कोरोना की आड़ में घुसपैठ की बड़ी साजिश रच रहा पाकिस्तान

गगन कोहली, राजौरी। Coronavirus. पूरा विश्व कोरोना वायरस से एकजुट होकर जंग लड़ रहा है और पाकिस्तान इसकी आड़ में भारत के खिलाफ आतंकियों की घुसपैठ करवाने की बड़ी साजिश रच रहा है। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, लेकिन उसका पूरा ध्यान संक्रमण रोकने के बजाए सीमा पर गोला-बारूद जमा करने पर लगा है। हाल के दिनों में सीमा पर गोलाबारी में तेजी और घुसपैठ की नापाक कोशिशें इसी साजिश का हिस्सा हैं। वहीं, भारतीय सेना पाक की हर नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार बैठी है।

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सूत्रों की माने तो पिछले चंद दिनों में पाकिस्तानी सेना ने अपनी चौकियों में भारी मात्रा में गोलाबारूद जमा कर लिया है। हर एक पोस्ट पर दो-दो ट्रक अतिरिक्त गोलाबारूद भेजा गया है और कुछ में भेजा जा चुका है। सूत्रों के अनुसार, पाक सेना ने अभी तक गोई, रेड कठार, लंजोट, तत्तापानी, नेकयाल, सिंबल गली आदि क्षेत्रों में गोलाबारूद पहुंच दिया है। अब इसे चौकियों तक पहुंचाया जा रहा है। माना जा रहा है कि जैसे ही सारा गोलाबारूद चौकियों पर पहुंच जाएगा, पाक सेना एक साथ हर तरफ से भारी गोलाबारी शुरू कर देगी।

आइएसआइ ने बैठक का बनाया साजिश का खाका :

सूत्रों की मानें तो पाक सेना व पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के अधिकारियों ने हाल ही में एक बैठक की है, जिसमें साफ कहा गया कि एक साथ हर चौकी से गोलाबारी की जाएगी और इसकी आड़ में ही घुसपैठ होगी। इतना ही नहीं, पिछले कई दिनों से काफी संख्या में प्रशिक्षित आतंकी भी पाक सेना की चौकियों में रुके हुए हैं और घुसपैठ के लिए आदेश का इंतजार कर रहे हैं।

कश्मीर में घटती आतंकियों की संख्या बढ़ाने पर जोर :

सीमा पार बैठकों का दौर लगातार जारी है। आतंकी संगठनों के आका, पाक सेना व आइएसआइ के अधिकारी इस बात पर लगातार मंथन कर रहे हैं कि पिछले कुछ माह से घाटी में एक एक करके कई बड़े आतंकी मारे जा चुके हैं और कई गिरफ्तार हो चुके हैं। इससे घाटी में मौजूद आतंकियों का मनोबल गिर चुका है। पहले अनुच्छेद 370 हटने के बाद घुसपैठ के प्रयास पूरी तरह से सफल नहीं हो पाए। इसके बाद पहाड़ों पर बर्फ गिरने के कारण अधिकतर घुसपैठ के मार्ग बंद हो गए। अब बर्फ पिगलने का समय आ गया है और अगर इस बार भी आतंकियों की घुसपैठ न हुई तो कश्मीर में आतंकियों की कमर पूरी तरह टूट जाएगी। इसलिए सीमा को गोलाबारी से सुलगाकर घुसपैठ ही अंतिम विकल्प अपना जा रहा है।

मौजूदा गोलाबारी व घुसपैठ को माना जा रहा ट्रायल :

पाकिस्तान ऐसा इसलिए कर रहा है क्योंकि वह जानता है कि भारत में इस समय लॉकडाउन चल रहा है। सरकार, सेना, प्रशासन सभी कोरोना वायरस पर काबू पाने में जुटे हुए हैं। ऐसे में सीमा पर भारी गोलाबारी कर अधिक से अधिक आतंकियों को भारतीय क्षेत्र में दाखिल करवाया जा सके। पाक सेना ने पिछले कुछ दिनों से गोलाबारी में तेजी भी लाई है। मौजूदा समय में जो गोलाबारी हो रही है उसकी आड़ में आतंकी भारतीय सीमा के करीब आकर लौट रहे हैं। इसे ट्रायल माना जा रहा है, ताकि किस क्षेत्र से सुरक्षित घुसपैठ की जा सकती है, इसका खाका तैयार किया जा सके।

घुसपैठ पर लगाम के तीन मंत्र

1. चौकसी : घुसपैठ के सभी रास्तों की नाकेबंदी शुरू कर दी गई है। इनके अलावा उन रास्तों पर भी विशेष निगरानी चौकियां बनाई गई हैं, जहां से बीते कुछ सालों के दौरान घुसपैठ नहीं हुई। इसके अलावा अग्रिम इलाकों में इलेक्ट्रानिक सर्वेलांस भी बढ़ाया गया है।

2. समन्वय : सभी सुरक्षा एजेंसियों और खुफिया एजेंसियों के साथ समन्वय बनाया गया है। अग्रिम बस्तियों में रहने वाले ग्रामीणों को भी सचेत किया गया है कि किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि देखते ही तुरंत निकटवर्ती सैन्य या पुलिस चौकी को सूचित करें।

3. प्रतिक्रिया : एलओसी पर गश्त व निगरानी चौकी में तैनात जवानों व अधिकारियों की निरंतर ब्रीफिंग की जा रही है, ताकि पाकिस्तानी सेना के किसी भी बैट दस्ते के हमले को नाकाम बनाते हुए अपनी क्षति से पूरी तरह बचा जा सके।


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