पंडोरी में मूलभूत सुविधाओं की दरकार
कस्बे के गांव पंडोरी में आजादी के सात दशक बीतने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जीना पड़ रहा है। न तो गांव में स्वास्थ्य सुविधा की कोई व्यवस्था है और न ही शिक्षा की। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत लोगों को मिलने वाले सामग्री की भी दरकार है।
संवाद सहयोगी, नौशहरा : कस्बे के गांव पंडोरी में आजादी के सात दशक बीतने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जीना पड़ रहा है। न तो गांव में स्वास्थ्य सुविधा की कोई व्यवस्था है और न ही शिक्षा की। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत लोगों को मिलने वाले सामग्री की भी दरकार है।
गांव की तमाम समस्याओं को लेकर बुधवार को ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल टीएसओ कार्यालय नौशहरा पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में शामिल चुनी लाल, अशोक कुमार, देव राज ने बताया कि गांव के स्कूलों में स्टाफ की कमी चल रही है। खासकर गांव के स्कूल में उर्दू टीचर न होने कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कई बार संबंधित अधिकारियों को बताया गया, मगर कोई समाधान नहीं हुआ। इसके अलावा गांव आज तक सड़क सुविधा से नहीं जुड़ सका है। गांव का सरकारी स्वस्थ केंद्र भी हमेशा बंद रहता है। गांव में लोगों को प्राथमिक उपचार भी नहीं मिल पाता है। कोई बीमार हो जाए तो उसे चारपाई में उठा कर नौशहरा पहुंचाना पड़ता है।
पिछले कई माह से गांव के लोगों को केरोसिन तेल नहीं मिल है। उन्होंने कहा कि गांव के लिए केरोसिन तो आता है, लेकिन उसका वितरण कहां किया जाता है, के बारे में कोई जानकारी नहीं है। गांव में पशु चिकित्सालय भी नहीं है। कई बार मवेशी बिना उपचार के ही मौत का शिकार हो जाते हैं। लोगों ने कहा कि कई बार प्रशासन के आगे गुहार लगाने के बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, जिस कारण आज नौशहरा का रुख करना पड़ा। टीएसओ ने आश्वासन दिया कि जल्द गांव में केरोसिन पहुंचाया जाएगा। जबकि अन्य समस्याओं से संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों से बात की जाएगी।