गर्भवती को एंबुलेंस न देने के मामले की जांच का निर्देश
जागरण संवाददाता राजौरी जिला आयुक्त राजौरी एजाज अहमद असद ने गर्भवती महिला को ईधन की क
जागरण संवाददाता, राजौरी :
जिला आयुक्त राजौरी एजाज अहमद असद ने गर्भवती महिला को ईधन की कमी की बात कहकर एंबुलेंस न देने के मामले की जांच करने और बीएमओ डॉ. इकबाल मलिक का वेतन रोकने का भी आदेश जारी कर दिया है।
गौरतलब है कि उपजिला कोटरंका के गब्बर गांव की गर्भवती महिला रुबीना अख्तर को शनिवार को प्राथमिक चिकित्सा केंद्र बुद्धल में भर्ती करवाया गया। महिला की हालत को देखते हुए प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में नियुक्त डॉक्टर ने उसे उपजिला अस्पताल कंडी रेफर कर दिया गया। गर्भवती महिला को कंडी अस्पताल ले जाने के लिए परिवार के सदस्यों ने डॉक्टर से एंबुलेंस देने की मांग की तो उन्होंने कहा कि एंबुलेंस में ईंधन नहीं है, इसलिए एंबुलेंस की सुविधा प्रदान नहीं कर सकते। इसके बाद गर्भवती महिला के परिवार के सदस्य निजी वाहन को किराये में लेकर कंडी अस्पताल पहुंचे। यहां पर महिला को भर्ती करवाया गया। इस मामले के बाद चारों तरफ स्वास्थ्य विभाग की किरकिरी हो रही है। यह मामला जैसे ही जिला आयुक्त एजाज अहमद असद की जानकारी में आया तो उन्होंने तत्काल मामले की जांच के आदेश जारी करने के साथ साथ ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी का वेतन भी रोक दिया। ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी के खाते में एनएचएम योजना के तहत 29 लाख से अधिक की राशि पड़ी हुई है। इसके बाद भी एंबुलेंस में ईंधन नहीं है यह एक गंभीर विषय है। दोषी के खिलाफ होगी जांच
जिला आयुक्त एजाज अहमद असद ने कहा कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। एनएचएम योजना के तहत पैसे होने के बावजूद एंबुलेंस में ईंधन नहीं डाला गया और गर्भवती महिला को एंबुलेंस देने से इन्कार किया गया। इस मामले की जांच हो रही है, जांच में जो भी दोषी पाया जाता है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी कंडी का वेतन रोकने का आदेश जारी कर दिया है।