हायर सेकेंडरी स्कूल नारला के 16 में सिर्फ 3 बच्चे पास
संवाद सहयोगी कालाकोट हायर सेकेंडरी स्कूल नारला की दसवीं कक्षा के निराशाजनक परीक्षा पि
संवाद सहयोगी, कालाकोट : हायर सेकेंडरी स्कूल नारला की दसवीं कक्षा के निराशाजनक परीक्षा परिणाम से बच्चों के अभिभावकों में रोष है। उन्होंने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए शिक्षकों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। स्कूल का परीक्षा परिणाम शिक्षकों की लापरवाही को दर्शाता है कि उन्होंने किस तरह बच्चों को शिक्षा दी है। अभिभावकों का कहना था कि स्कूल के शिक्षकों की लापरवाही का खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ा। स्थानीय गांववासी व पीडीपी के ब्लॉक अध्यक्ष रमेश चंद्र शर्मा ने कहा कि हायर सेकेंडरी स्कूल नारला जो हाल ही में अपग्रेड हुआ है। इस स्कूल की दसवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम काफी निराशाजनक रहा। दसवीं कक्षा के 16 बच्चों ने पेपर दिए थे, इनमें से तीन ही बच्चे पास हुए और वे भी ग्रेस मार्क, स्टैचू के साथ। इसके लिए स्कूल के शिक्षक ही जिम्मेदार है। क्योंकि दूरदराज के जो शिक्षक है वह स्कूल नियमित नहीं आते और कई-कई दिनों तक गैरहाजिर रहते हैं। यही वजह है कि शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। वही गांव के मुंशीराम, अब्दुल रशीद, प्रेम नाथ, मुनीर हुसैन आदि ग्रामीणों ने कहा कि स्कूल में स्टाफ की कमी भी परीक्षा परिणाम का निराशाजनक रहना एक बड़ा कारण है। उन्होंने कहा कि छह शिक्षक ही स्कूल में नियुक्त हैं। हेड मास्टर की पोस्ट खाली है। स्कूल में अन्य स्टाफ की कमी के चलते बच्चों को शिक्षा नहीं मिल रही। वहीं कुछ ग्रामीणों ने कहा कि इस स्कूल का यही हाल रहा तो भविष्य में परीक्षा परिणाम शून्य फीसद पर आ सकता है। उन्होंने डीसी राजौरी व सीईओ राजौरी से स्कूल में पर्याप्त स्टाफ नियुक्त करने के साथ ही स्कूल का दौरा करने की मांग की, ताकि अधिकारी भी हकीकत अपनी आंखों से देख लें। इसके साथ ही जो शिक्षक दूरदराज के लापरवाही बरत रहे हैं उनके वेतन पर रोक लगाकर कड़ी कार्रवाई करें।
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