अब हाथों से नहीं कंबाइन से गेहूं काटने का बढ़ा रुझान
संवाद सहयोगी सुंदरबनी आधुनिकता के इस युग में अधिकतम कार्य हाथों के बजाय अब मशीनों से कि
संवाद सहयोगी, सुंदरबनी : आधुनिकता के इस युग में अधिकतम कार्य हाथों के बजाय अब मशीनों से किए जाने लगे हैं। आलम यह है कि क्षेत्र में पहले गेहूं की कटाई हाथों से की जाती थी, लेकिन पिछले दो वर्षों से गेहूं की कटाई कंबाइन से करने का प्रचलन लगातार बढ़ता जा रहा है।
क्षेत्र में शत प्रतिशत किसान अब गेहूं की कटाई के लिए कंबाइन आने का इंतजार करते दिख रहे हैं। चूंकि क्षेत्र में गेहूं की कटाई करने की मशीनें कम होने की वजह से किसानों को इसके लिए काफी लंबे समय तक इंतजार करना पड़ रहा है। किसान चमन लाल शर्मा ने बताया कि श्रमिकों से कटाई करवाने पर आठ से दस हजार का खर्च आता था। साथ ही समय भी अधिक लगता है, लेकिन कंबाइन से इस कार्य को करने से समय की बचत होती है। पैसे भी कम लगते हैं। किसान नरोत्तम लाल शर्मा का कहना है कि हाथों से गेहूं की कटाई करने पर किसान को ज्यादा लाभ पहुंचता है, लेकिन अब दौर बदल चुका है। किसान प्रकाश कुमार का कहना है कि गेहूं की कटाई कंबाइन से करने से काम जल्दी निपट जाता है। हाथ से कटाई करने पर बारिश होने का खतरा बना रहता है।
किसानों ने कृषि विभाग से सस्ती कीमत पर कंबाइन मशीनें उपलब्ध करवाने की मांग की है, ताकि किसानों को राहत मिल सके।