Pak Firing on LOC : भारतीय सेना की कड़ी जवाबी कार्रवाई से एलओसी पार पाकिस्तानी खेमे में खामोशी
पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर भारत की कड़ी जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तानी सेना के हौसले को हिला दिया और वीरवार को भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद एलओसी पार पाकिस्तानी खेमे में खामोशी छाई हुई है।
गगन कोहली, राजौरी : पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LOC) पर भारत की कड़ी जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तानी सेना के हौसले को हिला दिया और वीरवार को भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद एलओसी पार पाकिस्तानी खेमे में खामोशी छाई हुई है।
इसके साथ ही घायल एक और पाकिस्तानी सैनिक ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया। इसके साथ ही मरने वाले पाक सैनिकों की संख्या पांच हो गई है। इनमें एक कैप्टन रैंक का अधिकारी भी है। अभी भी कई पाक सैनिक घायल हैं।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान पिछले कई दिनों से एलओसी पर आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए गोलाबारी कर रहा था। इसी कड़ी में 27 नवंबर को पाक सेना की गोलाबारी से केरी बटल सेक्टर में सेना के दो जवान बलिदान हो गए थे। इस दुस्साहस को जारी रखते हुए एक दिसंबर को पाक सेना के विशेष कमांडो ने राजौरी के तरकुंडी सेक्टर में स्नाइपर शाट दागा, जिसमें सीमा सुरक्षा बल का सब इंस्पेक्टर शहीद हो गया था। इन घटनाओं के बाद भारतीय सेना के जवानों में खासा रोष था।
वीरवार रात को जब पाकिस्तान ने फिर गोलाबारी की तो उसको भारी पड़ा। सेना ने पाकिस्तान के चार बंकरों को उड़ा दिया। इस कार्रवाई के साथ ही सेना ने अपने तीन साथियों का बदला दुश्मन के पांच सैनिकों को ढेर करके ले लिया। इस कार्रवाई के बाद भारतीय सेना के जवानों का जोश हाई है। वहीं एलओसी पार पाक सेना में मातम का माहौल है। पाक सेना व उसकी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के अधिकारी लगातार एलओसी का दौरा करके अपने जवानों से मिल रहे है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पाकिस्तानी सेना के जवानों का मनोबल काफी गिर चुका है।
हीरानगर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार गोलाबारी, चार घरों को नुकसान
पाकिस्तानी रेंजरों ने वीरवार रात अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कठुआ के हीरानगर सेक्टर में गोलीबारी की। रठुआ गांव को निशाना बनाते हुए दागे गए मोर्टार तथा गोलीबारी सुबह तक जारी रही। इस दौरान कोई जानी नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन चार मकानों को नुकसान पहुंचा है।
मोर्टार का एक शेल रठुआ के बूई लाल पुत्र दनशा राम के मकान की छत पर गिरा, जिससे मकान में दरारें पड़ गई। वहीं गोलियां लगने से बलकार चंद, हंस राज व मुख्तयार चंद के मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। गोलीबारी शुरू होते ही लोग बच्चों को लेकर बंकरों में घुस गए और सारी रात जागते रहे। सुबह सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की आशंका पर क्षेत्र के नालों में तलाशी अभियान चलाया, लेकिन कुछ नहीं मिला।