लड़की बोली मुझे सिर्फ उसकी लाश चाहिए, उसके साथ ही 'ऑपरेशन खालिद' लांच हो गया
दरअसल, यह लड़की जैश के डिवीजनल कमांडर उमर खालिद की प्रेमिकाओं में से एक थी, जिसे प्यार में धोखा मिला था।
श्रीनगर, [नवीन नवाज] । तारीख : 25 सितंबर, दिन : सोमवार, स्थान : सोपोर। सेबों की टोकरी के नाम से विख्यात आतंकियों के गढ़ सोपोर कस्बे के बीचों-बीच राज्य पुलिस का एक आलाधिकारी अपने कार्यालय में बैठा था। अचानक डीएसपी रैंक के अधिकारी ने एक 22 साल की युवती संग चैंबर में प्रवेश किया और कहा, 'सर यह लड़की वही है जिसकी हमे तलाश थी।
यह हमें हमारी मंजिल तक पहुंचाने को तैयार है।' यह सुनते ही कुर्सी पर बैठे अधिकारी के हाव-भाव बदल गए। उसने सीधे लड़की से मुखातिब होते हुए पूछा, 'कितना पैसा चाहिए।' यह सुनते ही लड़की बोली, 'नहीं मुझे सिर्फ उसकी लाश चाहिए।' करीब आधा घंटा पुलिस अधिकारी की लड़की से बातचीत हुई और उसके साथ ही 'ऑपरेशन खालिद' लांच हो गया।
दरअसल, यह लड़की जैश के डिवीजनल कमांडर उमर खालिद की प्रेमिकाओं में से एक थी, जिसे प्यार में धोखा मिला था।'ऑपरेशन खालिद' में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि खालिद अपनी झूठी बहादुरी के किस्से और सरहद पार से आने वाले पैसे के दम पर कई लड़कियों को अपने जाल में फंसाता था। खालिद इतना शातिर था कि उसके बारे में किसी को ज्यादा जानकारी नहीं थी। उसके एक दर्जन के करीब साथी पकड़े गए, लेकिन कोई भी उसका पक्का सुराग नहीं दे सका। उसकी तस्वीरें भी उपलब्ध नहीं हो रही थीं, लेकिन सितंबर के अंतिम सप्ताह में हमारे पास आई लड़की ने उसकी कुछ नयी तस्वीरें, उसकी कुछ आदतें और कुछ फोन नंबर हमें उपलब्ध कराए। उसके तीन लड़कियों के साथ संबंधों की पुष्टि बीते 15 दिनों में ही हुई।
उन्होंने बताया कि उक्त लड़की के साथ उमर खालिद मार्च 2016 के दौरान संपर्क में आया था। उसने लड़की को शादी का झांसा देकर उसके साथ संबंध बनाए। इसी साल जब वह लड़की गर्भवती हुई तो उसने उससे नाता तोड़ने के अलावा पूरे खानदान को समाप्त करने की धमकी देकर राज्य से बाहर उसे गर्भपात के लिए भेजा था। इससे वह लड़की हताश थी। वह शायद इस जुल्म को सहन कर लेती, अगर उसने उमर के अन्य लड़कियों के साथ संबंधों का पता नहीं चलता। अधिकारी ने बताया कि हमें इस लड़की की तलाश पिछले वर्ष से थी, लेकिन कोई पक्का सुराग नहीं मिल रहा था। इसके बाद वह खुद हमारे पास खालिद से बदला लेने पहुंच गई।