किसानों को मिट्टी की जानकारी दी
संवाद सहयोगी पुंछ कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) पुंछ में किसानों को जागरूक करने के लिए एक
संवाद सहयोगी, पुंछ : कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) पुंछ में किसानों को जागरूक करने के लिए एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान करीब 80 किसानों ने भाग लिया। कृषि विज्ञान केंद्र पुंछ कार्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम सुकास्ट जम्मू के कुलपति डा. जेपी शर्मा के निर्देशन और कृषि विज्ञान केंद्र पुंछ के प्रमुख वैज्ञानिक डा. अजय गुप्ता की निगरानी में किया गया।
कार्यक्रम के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र पुंछ के वैज्ञानिक डा. मुजफ्फर मीर ने मिट्टी के महत्व के बारे में बताते हुए बताया कि मिट्टी का हमारे जीवन से विशेष संबंध है। मिट्टी से भोजन और पौष्टिक उत्पादन होता है। हमारे भोजन का 95 प्रतिशत हिस्सा मिट्टी से आता है। 90 प्रतिशत जीवित जीव अपने जीवन चक्र का हिस्सा मिट्टी में रहते हैं या खर्च करते हैं, फिर भी हम इस छिपे हुए ब्रह्माड का केवल एक प्रतिशत जानते हैं। मृदा जैव विविधता उन जीवों के बीच परिवर्तन शीलता को दर्शाती है, जिनमें सूक्ष्म जीव नग्न आखों से दिखाई नहीं देते हैं। जैविक खादों और उर्वरकों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए वैज्ञानिक केवीके पुंछ डा. मुश्ताक ने मिट्टी के लिए जैविक उर्वरक अनुप्रयोग के महत्व पर चर्चा की, जो मिट्टी में कार्बनिक पदाथरें को जोड़े, ताकि फसलों का उत्पादन कई गुना हो जाए। उन्होंने मृदा परीक्षण के महत्व पर भी प्रकाश डाला, ताकि मृदा स्वास्थ्य कार्ड के माध्यम से मृदा के पोषण की स्थिति सुनिश्चित की जा सके।
केवीके पुंछ के डा. एसएस जम्वाल ने विभिन्न प्रकार की मिट्टी पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस अवसर पर किसानों को विभिन्न मृदा समूहों के बारे में बताया, जो फसल उत्पादन के लिए सबसे उपयुक्त हैं। उन्होंने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से किसानों को विभिन्न मिट्टी संरचनाओं को दिखाया। कार्यक्रम में किसानों को काफी जानकारी मिली।