भूस्खलन से बांडी गाला में सड़क व बिजली आपूर्ति बंद
संवाद सहयोगी पुंछ कालाकोट क्षेत्र के बांडी गाला में हुए भूस्खलन से काफी मलबा व चीड़ के पे
संवाद सहयोगी, पुंछ : कालाकोट क्षेत्र के बांडी गाला में हुए भूस्खलन से काफी मलबा व चीड़ के पेड़ के सड़क और बिजली खंभों पर गिरने से सड़क के साथ बिजली भी दो दिन से बांडी गाला में बंद चल रही है, जिससे ग्रामीण काफी परेशान हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि बांडी गाला में जो भूस्खलन हुआ, उससे काफी मलबा सड़क पर आ गया। इसी दौरान कुछ चीड़ के पेड़ भी सड़क व बिजली के खंभों पर भूस्खलन से आ गिरे, जिससे सड़क बंद होने के साथ-साथ बिजली भी बंद चल रही है और गांव अंधेरे में डूबा है, जिससे काफी परेशानी हो रही है।
वहीं, मुहम्मद इकबाल, जगदीश राज, रतन सिंह का आदि ग्रामीणों ने कहा कि हमारी मांग है कि जल्द सड़क से मलबा व चीड़ के पेड़ हटाकर सड़क को सुचारु किया जाए। इसके साथ ही बिजली के जो खंभे, लाइनें भूस्खलन के मलबे की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हुई हैं, उन्हें जल्द से ठीक कर बिजली को भी बहाल करवाया जाए।
वहीं, इस संबंध में नायब तहसीलदार महोगला भूपेंद्र सिंह का कहना है कि सड़क से मलबा और चीड़ के पेड़ हटवा कर सड़क व बिजली को सुचारु करवाने का प्रयास होगा।
वहीं, कालाकोट क्षेत्र में बारिश के दौरान कई नालों में जलस्तर बढ़ जाने से उन गावों का संपर्क कटा हुआ है, जिन गावों में पुल नहीं है। वहीं, बारिश के दौरान पट्टी नाले में भी अचानक जलस्तर बढ़ जाने से नाले से वाहनों की आवाजाही नहीं हो सकी और चार घटे तक वाहन सड़क पर रुके रहे। वहीं, इस दौरान वाहनों में सवार लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों का कहना था कि अगर नाले पर पुल की सुविधा होती तो शायद यह परेशानी नहीं झेलनी पड़ती।
वहीं, नाले पर खल रही पुल की कमी को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता डाक्टर डिग पाल शर्मा के अलावा सरपंच खवास ज्ञानचंद शर्मा ने कहा कि बारिश के होते ही खवास तहसील के दर्जनों गाव के लोगों र्की ंचता बढ़ जाती है, क्योंकि पट्टी नाला तहसील मुख्यालय को जोड़ता है।जलस्तर बढ़ जाने से उन गावों का संपर्क कटा हुआ है, जिन गावों में पुल नहीं है। वहीं, बारिश के दौरान पट्टी नाले में भी अचानक जलस्तर बढ़ जाने से नाले से वाहनों की आवाजाही नहीं हो सकी और चार घटे तक वाहन सड़क पर रुके रहे। वहीं, इस दौरान वाहनों में सवार लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों का कहना था कि अगर नाले पर पुल की सुविधा होती तो शायद यह परेशानी नहीं झेलनी पड़ती।
वहीं, नाले पर खल रही पुल की कमी को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता डाक्टर डिग पाल शर्मा के अलावा सरपंच खवास ज्ञानचंद शर्मा ने कहा कि बारिश के होते ही खवास तहसील के दर्जनों गाव के लोगों र्की ंचता बढ़ जाती है, क्योंकि पट्टी नाला तहसील मुख्यालय को जोड़ता है।