आतंकी हमले के विरोध में राजौरी-पुंछ रहा बंद, हाईवे पर आवाजाही ठप
जागरण संवाददाता, राजौरी : पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर वीरवार को हुए आतंकी हमले के विरोध में र
जागरण संवाददाता, राजौरी : पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर वीरवार को हुए आतंकी हमले के विरोध में राजौरी और पुंछ जिलों में बंद रहा। लोगों ने जगह-जगह प्रदर्शन कर आतंकी हमले के विरोध में गुस्सा जाहिर किया। बंद के चलते जम्मू पुंछ हाईवे पर घंटों तक अवरुद्ध रहा। प्रदर्शनकारियों ने हाईवे पर जोरदार प्रदर्शन कर पाक के खिलाफ नारेबाजी की।
राजौरी शहर के जवाहर नगर, मुख्य शहर, गुर्जर मंडी, सैलानी बाजार पूरी तरह से बंद रहे। ट्रांसपोर्टरों ने भी बंद का समर्थन करते हुए अपने वाहनों को सड़कों पर नहीं उतारा। राजौरी बंद का आह्वान सनातन धर्म सभा राजौरी द्वारा दिया गया। जिसे समाज के सभी वर्गों के लोगों का समर्थन मिला। मुस्लिम संगठनों ने भी बंद का समर्थन किया और सीआरपीएफ के काफिले पर हमले के खिलाफ विरोध मार्च भी निकाला। बंद के आह्वान पर समर्थन जताने के लिए राजौरी में विरोध रैली निकालने वाले विभिन्न मुस्लिम संगठनों के नेताओं ने कहा कि वह इस हमले की ¨नदा करते हैं जिसमें इतनी बड़ी संख्या में सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए। इसके साथ ही राजौरी शहर में एक दर्जन से अधिक अन्य विरोध रैली निकाली गईं। राजौरी शहर के अलावा राजौरी जिले के कालाकोट, नौशहरा और सुंदरबनी इलाकों में पूरे बाजार में भी पूरी तरह से बंद रहा। नौशहरा शहर के साथ-साथ कालाकोट शहर में लोगों ने घटना के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। इस बीच जम्मू पुंछ राजमार्ग को राजौरी जिले में कई स्थानों पर अवरुद्ध कर दिया गया। सुंदरबनी शहर के लोगों ने सुंदरबनी चौक पर जम्मू पुंछ राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया। जिससे पाच घंटे तक वाहनों का आवागमन बाधित रहा। लंबेड़ी के लोगों ने भी तीन घंटे से अधिक समय तक राजमार्ग को अवरुद्ध रखा और इस घटना पर अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया। इसी तरह राजौरी शहर के पास वर्कशाप पुल पर स्थानीय नेता कपिल सरयाल की अगुवाई में प्रदर्शनकारियों ने मुख्य राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के पुतले जलाए। विरोध में उग्रवादी संगठनों के खिलाफ नारे लगाए गए। राजौरी के ठंडी कस्सी इलाके में सरपंच योगेश शर्मा के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने जम्मू पुंछ राजमार्ग को अवरुद्ध रखा और पाकिस्तान और उग्रवादी संगठनों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने इस घटना के पीछे के लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। मुरादपुर और कल्लर क्षेत्र में भी स्थानीय ग्रामीणों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया और घंटों तक राजमार्ग को अवरुद्ध रखा। इसी तरह, पुंछ के मेंढर शहर में, समाज के सभी वर्गों के लोगों ने सुबह विरोध रैली निकाली और अपने सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद कर दिए। मुख्य चौक मेंढर को यातायात के लिए अवरुद्ध कर दिया गया जहां घंटों एक साथ धरना आयोजित किया गया। लोगों ने इस घटना पर गहरी ¨चता जताई और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाने की मांग की। पुंछ में भी बंद रहा और व्यापारियों ने इस घटना पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे। इसी तरह कई विरोध प्रदर्शन किए गए और स्थानीय लोगों के साथ पुंछ शहर में विरोध प्रदर्शन रैलियां निकाली गईं।
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कैंडल मार्च निकाल कर जताया विरोध
राजौरी के जवाहर नगर क्षेत्र में शुक्रवार की देर शाम विभिन्न संगठनों के लोगों ने कैंडल मार्च निकाल कर अपना विरोध जताया। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री व जैश के सरगना आतंकी हाफीज सईद के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। कैंडल मार्च में शामिल युवाओं ने कहा कि इस बार एक सर्जिकल स्ट्राइक से कुछ नहीं होगा और पाकिस्तान में दाखिल होकर इस मामले का मुंह तोड़ जवाब देना होगा। पाकिस्तान को जब तक करारा जवाब नहीं मिल जाता तब तक शहीदों की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी। इस कैंडल मार्च में काफी संख्या में विभिन्न संगठनों के युवाओं ने भाग लिया।
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बाजार बंद होने से नहीं मिला जरूरत का सामान
कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद राजौरी व पुंछ दोनों जिलों के बाजार पूरी तरह से बंद रहे। बाजार बंद होने के कारण लोगों को जरूरत का सामान नहीं मिला। लोग पूरा दिन जरूरत के सामान के लिए चक्कर लगाते रहे, लेकिन उन्हें जरूरत का सामान नहीं मिला। नगर में दूध बेचने वाले गांवों से आते है और वाहनों की आवाजाही बंद होने के कारण कोई भी दूध वाला नहीं आया। जिस कारण से लोग दूध के लिए भी परेशान रहे।