पुंछ के बाल आश्रम में लगी भीषण आग, 50 बच्चे बाल-बाल बचे
-स्टोर में पड़ा राशन कपड़े किताबें और बच्चों की पाकेट मनी सहित सबकुछ राख -कई कि
-स्टोर में पड़ा राशन, कपड़े, किताबें और बच्चों की पाकेट मनी सहित सबकुछ राख
-कई किलोमीटर दूर से भी दिखाई दे रहीं थीं लपटें, दमकल टीम ने पाया काबू
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जागरण संवाद केंद्र, पुंछ : जिले के बाल आश्रम में वीरवार मध्य रात्रि भीषण आग लगने से सारा सामान जलकर राख हो गया। इमारत में लकड़ी का इस्तेमाल अधिक होने से आग इतनी तेजी से फैली कि अंदर स्टोर में पड़ा राशन, कपड़े, किताबें कुछ भी नहीं बचा। आश्रम में जब आग लगी तब 50 बच्चे अंदर सोए हुए थे। गनीमत यह रही कि समय रहते बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया। हादसे के बाद बच्चे काफी डरे-सहमे हैं।
बाल आश्रम के अधिकारी नुसरत जबीन ने बताया कि रोज की तरह वीरवार रात भी बच्चे खाना खाकर समय पर सो गए थे। रात लगभग पौने एक बजे अचानक बिजली बंद हो गई। गर्मी के कारण कुछ बच्चे कमरे से बहार निकले तो उन्होंने इमारत के एक हिस्से में आग लगी देखी। बच्चों ने शोर मचाया। आश्रम के चौकीदार ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस और दमकल विभाग को दी। देखते ही देखते आग ने भयावह रूप ले लिया। इसी बीच, बच्चों को आश्रम से निकालने का काम शुरू हुआ। मौके पर पहुंची दममकल टीम और पुलिस आग पर काबू पाने में जुट गई। सबसे पहले सुनिश्चित किया गया कि सभी बच्चों को बाहर निकाल लिया गया है। इस दौरान आग की लपटें कई किलोमीटर दूर से दिखाई दे रही थीं। घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग से इमारत को काफी नुकसान पहुंचा। रात को सभी बच्चों को नगर पालिका के कम्युनिटी हाल में रखा गया। इमारत में लकड़ी का इस्तेमाल अधिक होने से आग तेजी से फैली :
सोशल वेलफेयर के अधिकारी शकील अहमद ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉट सर्किट माना जा रहा है। आश्रम पुराने ढांचे का बना हुआ था और इसमें लकड़ी का ज्यादा इस्तेमाल हुआ था। इससे आग तेजी से फैली और नुकसान भी काफी ज्यादा हुआ है। गनीमत यह रही कि सभी बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया था। बच्चों की आंखों में साफ नजर आया खौफनाक मंजर :
बाल आश्रम के बच्चों की आंखों में रात को आग की घटना का खौफनाक मंजर साफ नजर आया। डरे-सहमे बच्चों ने कहा कि जब आग लगी और कुछ बच्चों का शोर सुनाई दिया तो कुछ पल के लिए वे समझ ही नहीं पाए कि क्या करें। आग इतनी तेजी से फैली कि बाहर भागने का रास्ता भी नहीं मिल रहा था। जैसे-तैसे धुंए के बीच कुछ लोगों ने हमें बाहर निकाला। हमारा खाने-पीने का सारा सामाना, कपड़े, जूते, किताबें, यहां तक कि पाकेट मनी भी जल गई। हमने रात नजदीक के नगर पालिका के कम्युनिटी हाल में बिताई। बच्चों ने मिले जिला विकास आयुक्त, जरूरी निर्देश भी दिए :
शुक्रवार सुबह जिला विकास आयुक्त राहुल यादव और प्रशासनिक अधिकारियों ने बाल आश्रम का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने बच्चों से भी मुलाकात की। राहुल यादव ने अधिकारियों के लिए खाने व रहने का तुरंत प्रबंध करने के निर्देश दिए। दोपहर बाद बाल आश्रम के एक हिस्से को साफ कर बच्चों के रहने का प्रबंध किया गया।