कानूनी अधिकार से खुद को सुरक्षित कर सकती हैं महिलाएं
इस दौरान शोषण भेदभाव एवं हिसा से आजादी विषय पर 15 छात्राओं ने हिस्सा लेकर पोस्टर बनाए। इन पोस्टरों के माध्यम से छात्राओं ने जागरूक करने का प्रयास किया।
जागरण संवाददाता, कठुआ : कार्यस्थल पर महिला यौन शोषण और उससे बचाव के प्रति महिलाओं को जागरूक करने के लिए कठुआ डिग्री कालेज में मंगलवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान शोषण, भेदभाव एवं हिसा से आजादी विषय पर 15 छात्राओं ने हिस्सा लेकर पोस्टर बनाए। इन पोस्टरों के माध्यम से छात्राओं ने जागरूक करने का प्रयास किया।
कालेज के प्रधानाचार्य प्रो. सुमनेश जसरोटिया के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यशाला में विभिन्न वक्ताओं ने महिलाओं की सुरक्षा पर अपने विचार व्यक्त किए और बताया कि समाज में किस तरह से महिलाएं इन चीजों से बच सकती है या फिर ऐसे अपराधियों के खिलाफ किस तरह कानूनी पहल कर सकती हैं। बताया गया कि शोषित महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए कानूनी अधिकार का भी इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसे मामलों में उनकी सुरक्षा के लिए कई कानून बने हैं। उसके द्वारा वो सुरक्षित रह सकती हैं। पोस्टर मेकिग प्रतियोगिता में पहला स्थान तीसरे सेमेस्टर की प्रिया देवी, तीसरे ही सेमेस्टर की कोमल कुमारी, दूसरे स्थान पर और छठे सेमेस्टर की एवनीत कौर तीसरे स्थान पर रही। प्रधानाचार्य ने कालेज में आयोजित ज्वलंत मुद्दे पर कार्यशाला के लिए आयोजकों की सराहना की और कहा कि इससे समाज में एक जागरूकता पैदा होगी। भविष्य में भी इस तरह की कार्यशाला आयोजित कर समाज को जागरूक किया जाना चाहिए। उन्होंने प्रतिभागी छात्राओं द्वारा तैयार किए पोस्टर के लिए सराहना की। उन्होंने छात्राओं से कहा कि किसी तरह के शोषण के खिलाफ खुलकर आवाज उठानी चाहिए। उनके लिए भारतीय संविधान में कई अधिकार दिए गए हैं। ये उनके सशक्तीकरण के लिए है।