विकास में उपेक्षा से क्षुब्ध ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
संवाद सहयोगी, हीरानगर : प्रशासनिक अधिकारियों की उपेक्षा के शिकार मढीन गाव के लोगों ने शनिवार को अपनी
संवाद सहयोगी, हीरानगर : प्रशासनिक अधिकारियों की उपेक्षा के शिकार मढीन गाव के लोगों ने शनिवार को अपनी विभिन्न मागों को लेकर रोष रैली निकाली और मुख्य चौक पर प्रदर्शन कर चेतावनी दी कि अगर सोमवार तक उनकी मागों पर गौर नहीं किया गया तो वह लोकसभा व विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
शनिवार दोपहर को गाव के लोग मुख्य चौक पर इकट्ठे हुए और मागों के समर्थन में जोरदार प्रदर्शन कर रोष रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि सरकार ने मढीन तहसील का दर्जा तो दे दिया, मगर गांव का उचित विकास नहीं कराया तो लोगों को मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जिंदगी बसर करनी पड़ रही है। गाव की मुख्य सड़क के साथ हायर सेकेंडरी, मिडल, गर्ल्स हाई स्कूल लगते हैं। इसी सीजन में डिग्री कॉलेज की कक्षाएं भी शुरू हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि मुख्य सड़क टूटकर नाला बन चुकी है, जब भी बारिश पड़ती है कई दिन तक पानी सड़क के बीच से बहता रहता है। गाव के लोगों और स्कूल के बच्चों को पानी के बीज से गुजरना पड़ता है। जगह जगह नालिया बंद पड़ी है पानी की निकासी के भी उचित प्रबंध नहीं किए गए। ब्लॉक कार्यालय में कोई स्थाई बीडीओ नहीं लगाया जाता हर दो-तीन महीने के बाद बीडीओ बदल दिया जाता है। लोगों को विकास कार्य करवाने के लिए मुश्किल आती है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने तहसील का दर्जा देकर विभिन्न विभागों के कार्यालय खोले हैं। डिग्री कॉलेज भी मंजूर किया है तो गाव का उचित विकास भी होना चाहिए। अभी तक विकास नहीं हुआ लोगों को मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जिंदगी बसर करनी पड़ रही है। प्रशासनिक अधिकारियों को गाव की समस्याओं के बारे में कई बार अवगत करा चुके हैं, फिर भी लोगों की माग पर गौर नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि सड़क की खस्ता हालत की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। पीडब्ल्यूडी ने गाव के मुख्य चौक के बजाय नीचे से काम शुरू कर रखा है जबकि जहा सड़क ज्यादा खराब थी वहा से काम शुरू करवाना चाहिए था। प्रशासनिक अधिकारी द्वारा उनकी मागों पर गौर न किए जाने के कारण लोगों को मजबूरन संघर्ष का रास्ता चुनना पड़ा है। अगर सोमवार तक संबंधित विभाग ने मुख्य चौक से सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया तो चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा और सड़कों पर धरना प्रदर्शन भी होगा। बाद में लोगों ने तहसीलदार जितेंद्र सिंह को माग पत्र भी सौंपा।
प्रदर्शनकारियों में सरपंच रितु वर्मा, दीपू कडयाल, करतार चंद मखनी, प्रीतम चंद, मंजू बाला, राजकुमारी, बलराज सिंह, मनजीत सिंह, गणेश दास, पूर्ण चंद, मंगल सिंह, विमल कटियाल आदि भी शामिल थे।