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सीमावर्ती गांव मनियारी में बार-बार ड्रोन देखे जाने के बाद ग्रामीण सकते में

राकेश शर्मा कठुआ करीब ढाई दशक से सीमा पार से आतंकियों को हथियारों सहित घ़ुसपैठ

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2020 11:34 PM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2020 11:34 PM (IST)
सीमावर्ती गांव मनियारी में बार-बार ड्रोन देखे जाने के बाद ग्रामीण सकते में
सीमावर्ती गांव मनियारी में बार-बार ड्रोन देखे जाने के बाद ग्रामीण सकते में

राकेश शर्मा, कठुआ: करीब ढाई दशक से सीमा पार से आतंकियों को हथियारों सहित घ़ुसपैठ कराने वाला पाकिस्तान अब हीरानगर क्षेत्र में ड्रोन से आतंकियों को हथियार भेजने का प्रयास कर रहा है। पाकिस्तान की इस हरकत से ग्रामीण सकते में हैं, क्योंकि गांव के ऊपर हवाई क्षेत्र में दुश्मन देश के मंडराते ड्रोन को हल्के में नहीं लिया जा सकता। ऐसा ग्रामीणों का मानना है।

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इससे पहले गत 20 जून को पाकिस्तान से हथियार लेकर घुसने के प्रयास करने वाले एक ड्रोन को बीएसएफ ने मार गिराया था, जो उस समय सीमा क्षेत्र में पहली घटना थी, लेकिन शनिवार को एक साथ देर शाम मनियारी गांव की तरफ तीन पाकिस्तानी ड्रोन घुसने के लिए आ गए, जिसमें दो गांव के ऊपर ही काफी समय तक मंडराते रहे, जबकि एक सीमा पर ही पाक क्षेत्र में पहले घुसे दो ड्रोन की रैकी करता रहा। लाइटें जलाकर भारतीय क्षेत्र के गांवों में घुसे पहली बार दो ड्रोन देखकर ग्रामीण सकते में है।

उसी समय गांव के सरपंच मोहन लाल ने मनियारी बीएसएफ पोस्ट पर अधिकारियों को सूचना दी, जिसके बाद बिना पल गवाए मनियारी पोस्ट से बीएसएफ अधिकारी सरपंच के घर की छत पर चढ़कर पाक के दोनों ड्रोन की हरकतों को वाच करते रहे। कुछ समय बाद दोनों ड्रोन गांव में मंडराने के बाद वापस पाकिस्तान क्षेत्र में रैकी कर रहे तीसरे ड्रोन के साथ लौट गया। इसकी सूचना ग्रामीणों ने डीसी को भी दी।

वहीं डीसी ने 'दैनिक जागरण' पुष्टि करते हुए बताया कि ग्रामीणों ने उन्हें पाक क्षेत्र से घुस कर मनियारी गांव में दो ड्रोन देखने की सूचना दी है। तीन दिन पहले भी मनियारी गांव में शाम को ड्रोन देखा गया और वह भी कुछ देर मंडराने के बाद वापस पाक क्षेत्र में लौट गया था। तब भी ग्रामीणों ने इसकी सूचना बीएसएफ और जिला प्रशासन को दी थी, लेकिन एक साथ दो पाकिस्तान ड्रोन के गांव में घुसने से ग्रामीण सकते में हैं।

ड्रोन भेजने के पीछे पाक का मकसद पूर्व की भांति आतंकियों को हथियारों की सप्लाई करना है। इससे पहले हीरानगर क्षेत्र कश्मीर और पंजाब में आतंकबाद के दौरान भी पाकिस्तान आतंकियों को घुसपैठ कराकर हथियार भेजता रहा है। बहरहाल, जिले के राजबाग पुलिस थाना, हीरानगर पुलिस थाना, कठुआ के जंगलोट सैन्य शिविर, सांबा सैन्य शिविर, नगरोटा हमले के दौरान आतंकी हीरानगर क्षेत्र से ही घुसे थे। कोट्स--

दो दिनों से पाकिस्तान ड्रोन के भारतीय क्षेत्र में घुसने की सूचना मिल रही है। सूचना के बाद दूसरे दिन सुबह तलाशी अभियान भी चलाया जाता है। अब रविवार को गांव में नाका लगाया जाएगा। अगर दोबारा आता है तो उसे मार गिराया जाएगा।

-सचित महाजन, एसडीपीओ, चड़वाल।


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