खतरा मोल लेकर पार कर रहे रावी दरिया
संवाद सहयोगी बसोहली केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में आने-जाने के लिए प्रशासन द्वारा केवल दो ही रास्
संवाद सहयोगी, बसोहली: केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में आने-जाने के लिए प्रशासन द्वारा केवल दो ही रास्तों को खोला गया है, इसमें एक लखनपुर और दूसरा अटल सेतु बसोहली है। इसके बाद भी कुछ ऐसे लोग भी हैं जो नियमों को ताक पर रखकर रोजाना हिमाचल में बिना किसी रोक-टोक के आ-जा रहे हैं, वह भी जान जोखिम में डालकर रावी नदी को पैदल पार कर। ऐसा रोजाना बसोहली उप जिला के माश्का, हट्ट, खड्डी आदि गावों में देखा जा सकता है। यहा पर लोग कोविड-19 की गाइडलाइन का भी पालन नहीं कर रहे हैं और बिना किसी अनुमित के हिमाचल आ-जा रहे हैं। यदि कभी हिमाचल की बिजली परियोजना चमेरा प्रोजेक्ट द्वारा पानी छोड़ा गया तो वह पानी के तेज बहाव में बह भी सकते हैं। महिलाएं, बच्चों सहित बुजुर्ग भी हिमाचल में आ-जा रहे हैं, यह कोरोना महामारी को न्यौता भी है। अभी तक यह क्षेत्र संक्रमण से कुछ हद तक बचा हुआ था। लोग घर के भीतर कैद थे। अब अपनी मनमर्जी से हिमाचल आ-जा रहे हैं। यदि प्रशासन हट्ट माश्का में सख्ती बरते तो इस पर रोक लग सकती है।
बैंक संबंधी काम के लिए भी लोगों को रावी पार कर समलेऊ में ही जाना पड़ता है। खरीदारी के लिए भी समलेऊ हट्ट माश्का से बड़ी मार्केट है। इस क्षेत्र के लोगों की रिश्तेदारी भी हिमाचल में ही ज्यादा है। इस कारण लोगों को अवैध रूप से आना-जाना मजबूरी है।