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डॉक्टर हड़ताल पर, मरीज दरबदर

जागरण संवाददाता, कठुआ : नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के तहत स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मि

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Oct 2018 09:41 AM (IST)Updated: Fri, 26 Oct 2018 09:41 AM (IST)
डॉक्टर हड़ताल पर, मरीज दरबदर
डॉक्टर हड़ताल पर, मरीज दरबदर

जागरण संवाददाता, कठुआ : नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के तहत स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों ने वीरवार को जिला भर में कामकाज ठप रखकर देशव्यापी एक दिवसीय हड़ताल में भाग लिया। इसके अलावा कठुआ के चिकित्सकों ने रियासी में डीसी और डॉक्टर में हुए विवाद में डॉक्टर का समर्थन करते हुए भी हड़ताल की।

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डॉक्टरों के साथ-साथ एनएचएम कर्मियों की हड़ताल से जिला भर के अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित रहीं। मरीजों को सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में उपचार नहीं मिला और कई मरीजों ने निजी अस्पतालों में उपचार करवाया।

एक दिवसीय हड़ताल के दौरान एनएचएम कर्मियों ने महात्मा गांधी जच्चा-बच्चा अस्पताल स्थित सीएमओ कार्यालय के समक्ष एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। बराबर काम, बराबर वेतन की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। एक दिवसीय काम छोड़ हड़ताल में डॉक्टरों के अलावा पैरामेडिकल स्टाफ भी शामिल थो। आल जेएंडके एनएचएम इंप्लाइज एसोसिएशन जिला कठुआ के बैनर तले हड़ताल पर बैठे कर्मियों ने सरकार पर मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। गत वर्ष 34 दिन चल रही थी हड़ताल

एसोसिएशन जिला प्रधान प्रदीप सिंह ने कहा कि गत वर्ष मांगों को लेकर राज्य में 34 दिन हड़ताल रही थी। इसके बाद सरकार ने मांगें पूरी करने का वादा किया था। कई मांगों को मान लिया, लेकिन अधिकतर अभी तक पूरी नहीं हुई। इसमें मुख्य बराबर काम, बराबर वेतन, सेवाएं स्थायी करना और सामाजिक सुरक्षा देना है। उन्होंने कहा कि एक दिवसीय हड़ताल का फैसला विभिन्न राज्यों की एसोसिएशन के साथ हुई बैठक में लिया गया था। उसी फैसले के अनुसार वीरवार एक दिवसीय हडताल रखी गई थी। एफएमपीएच वर्कर्स भी हैं हड़ताल पर

आपको बता दें कि पिछले दो माह से फीमेल मल्टीपर्पज हेल्थ (एफएमपीएच) वर्कर्स भी काम छोड़ हड़ताल पर हैं। इससे भी स्वास्थ्य केंद्रों में काम प्रभावित हो रहा है। हेल्थ वर्कर्स प्रतिमाह नियमित वेतन जारी करने की मांग कर रही हैं। इसी के चलते उन्होंने भी वीरवार रोज की तरह सीएमओ कार्यालय के समक्ष धरना देकर अपनी मांग के समर्थन में नारेबाजी जारी रखी।

डॉक्टर की गिरफ्तारी का विरोध

जम्मू संभाग के रियासी जिले में डीसी और डॉक्टर विवाद मामला भी तूल पकड़ने लगा है। डीसी रियासी और डॉक्टर में हुई बहस के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसे बाद भी छोड़ दिया गया है। रियासी जिला की उक्त कार्रवाई के खिलाफ वीरवार को कठुआ जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने हड़ताल रखी और ओपीडी में सेवाएं नहीं दी। पूरा दिन ओपीडी सूनसान नहीं जिस कारण सैकड़ों मरीजों को बिना उपचार के निराश लौटना पड़ा। वहीं वार्डो में उपचाराधीन मरीज भी पैरामेडिकल व अन्य स्टाफ के सहारे रहे। अस्पताल में सिर्फ आपातकालीन सेवाएं ही बहाल रही हैं। कठुआ डॉक्टर एसोसिशन के डॉ. अनिल गुप्ता ने कहा कि रियासी की घटना के विरोध में फिलहाल एक दिवसीय हड़ताल है। आगे की रणनीति डॉक्टर एसोसिएशन जम्मू की सूचना पर आधारित होगी।


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