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सरकार के खिलाफ अस्थायी कर्मियों का प्रदर्शन

ऑल डिपार्टमेंट कैजुअल लेबर यूनियन फ्रंट के बैनर तले पीडब्ल्यूडी के अस्थायी कर्मियों ने बुधवार को भी अपनी लंबित मांगों को लेकर जम्मू कश्मीर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन जारी रखा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जम्मू कश्मीर में विभिन्न विभागों में साठ हजार के करीब दिहाड़ीदार कर्मचारी अपनी सेवाएं पिछले 25 वर्षों से दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Oct 2020 01:46 AM (IST)Updated: Thu, 08 Oct 2020 05:14 AM (IST)
सरकार के खिलाफ अस्थायी कर्मियों का प्रदर्शन
सरकार के खिलाफ अस्थायी कर्मियों का प्रदर्शन

संवाद सहयोगी,कठुआ : ऑल डिपार्टमेंट कैजुअल लेबर यूनियन फ्रंट के बैनर तले पीडब्ल्यूडी के अस्थायी कर्मियों ने बुधवार को भी अपनी लंबित मांगों को लेकर जम्मू कश्मीर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन जारी रखा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जम्मू कश्मीर में विभिन्न विभागों में साठ हजार के करीब दिहाड़ीदार कर्मचारी अपनी सेवाएं पिछले 25 वर्षों से दे रहे हैं। लेकिन अभी तक उन्हें स्थाई करने की कोई भी नीति नहीं बनाई गई है। यही वजह है कि कर्मचारी सड़कों पर हैं।

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प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे प्रवीन कुमार ने कहा कि साठ हजार अस्थाई कर्मी पिछले कई सालों से विभाग की सेवाएं दे रहे हैं लेकिन बाबजूद उन्हें स्थाई नहीं किए गए। ऊपर से जम्मू कश्मीर सरकार पचास हजार नौकरियां निकालकर लोगों को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार को पचास हजार नौकरियां निकालनी ही है तो पहले साठ हजार अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई करें। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पीडीपी और भाजपा गठबंधन सरकार के दौरान एसआरओ 520 जारी कर सभी कैजुअल कर्मचारियों को नियमित करने का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक एसआरओ 520 सिर्फ फाइलों में ही दबा रह गए हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि नई भर्तियां करने से पहले सरकार साठ हजार कर्मचारियों को नियमित करें और न्यूनतम मजदूरी अधिनियम लागू किया जाए। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो सभी अस्थाई कर्मचारी अपनी हड़ताल जारी रखेंगे।


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