Move to Jagran APP

पंजाबी को राजकीय भाषा बनाने की मांग पर हस्ताक्षर अभियान

जम्मू कश्मीर में पंजाबी भाषा को अधिकारिक भाषा में शामिल करने की माग को लेकर सिक्ख समुदाय का संघर्ष जारी है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2020 07:23 AM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2020 07:23 AM (IST)
पंजाबी को राजकीय भाषा बनाने की मांग पर हस्ताक्षर अभियान
पंजाबी को राजकीय भाषा बनाने की मांग पर हस्ताक्षर अभियान

संवाद सहयोगी, कठुआ : जम्मू कश्मीर में पंजाबी भाषा को अधिकारिक भाषा में शामिल करने की माग को लेकर सिक्ख समुदाय का संघर्ष जारी है। इसी के चलते कठुआ शहर के मुख्य चैक स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के समक्ष हस्ताक्षर अभियान चलाया गया, जिसमें विभिन्न संगठनों के लोगों ने भाग लेकर सरकार से उनकी जायज माग को पूरा करने की अपील की।

prime article banner

शुक्रवार को कठुआ शहर के मुखर्जी चैक स्थित गुरुद्वारा में मनिंद्र पाल सिंह सौरव, राज्य कार्यकारिणी सदस्य शिरोमणि अकाली दल और जिला चेयरमैन युवा शिरोमणि अकाली दल कठुआ की अध्यक्षता में सिख युवाओं ने पंजाबी भाषा को शामिल करने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया। पहले युवाओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और बाद में पंजाबी भाषा को शामिल करने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया। इस अभियान में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। मनिंद्र पाल सिंह ने कहा किच्जम्मू कश्मीर में आधिकारिक भाषाओं की सूची में पंजाबी को शामिल कराने के लिए हमने समर्थन जुटाने और सरकार पर दबाव बनाने के लिए यह अभियान शुरू किया है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि समाज के सभी वर्गो से समर्थन के बावजूद केंद्र ने उनकी माग को स्वीकार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र है और किसी भी प्रकार के भेदभाव के खिलाफ अपनी आवाज उठाना हमारा अधिकार है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.