शिवालयों में बंद कपाट के बाहर से ही की पूजा अर्चना
संवाद सहयोगी बिलावर सावन मास के दूसरे सोमवारी अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने पाडवों द्वारा पाच हजार साल प
संवाद सहयोगी, बिलावर: सावन मास के दूसरे सोमवारी अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने पाडवों द्वारा पाच हजार साल पहले निíमत भगवान बिल्केश्वर के मंदिर में बंद कपाट के बाहर से ही पूजा अर्चना की। सोमवारी अमावस्या होने पर छोटी गंगा के नाम से प्रसिद्ध बिलावर के वार्ड नंबर 12 स्थित गुरूनाल की पवित्र बावलियों में लोगों ने स्नान कर गंगा स्नान का महत्व पाया।
कोरोना वायरस के चलते मंदिरों के कपाट भक्तों के लिए सरकार द्वारा ऐतिहातन बंद किए गए हैं, लेकिन सावन के सोमवार पर शिव भक्तों ने बिल्केश्वर मंदिर के बंद कपाट के बाहर से ही भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की। और मंगलमय भविष्य की कामना के साथ भगवान शिव के दर्शन किए। सोमवार अमावस्या होने के चलते गुरुनाल की पवित्र भावनाओं में बाबलियों में लोगों ने स्नान आदि किया, जहा पूरे दिन दान पूर्ण कर भगवान से अपने पापों के लिए क्षमा याचना की।