20 साल पहले भी वही बसोहली, आज भी वही : राजदान
संवाद सहयोगी, बसोहली : बसोहली की अनदेखी के लिए कौन जिम्मेवार है। जो बसोहली पहले 20 स
संवाद सहयोगी, बसोहली : बसोहली की अनदेखी के लिए कौन जिम्मेवार है। जो बसोहली पहले 20 साल थी वही आज है। न कोई सड़क डबल हुई और न ही क्षेत्र में यातायात के साधन बढ़े। बिजली हरेक घंटे के बाद गुल होती है और पानी के लिए आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में कोई सुविधा नहीं है। उक्त शब्द संजय राजदान ने अपने घर बुलाई गई बैठक में कहे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की सड़कें खूनी सड़कें बनी हुई हैं। यातायात के साधन बहुत कम हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में हालत इससे भी खराब है। धार महानपुर में हर रोज मेटाडोर हो या फिर बस लोगों को ओवर लोडिड वाहनों में सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है। किसी ने भी एक दो बस सर्विस बढ़ाने की कोशिश नहीं की जो यहां से चुने गये प्रतिनिधि थे। क्षेत्र के लोग पिछड़े ही रहे। कोई भी ऐसी योजना नहीं बनाई गई जिससे गांव के लोगों को बाहर मजदूरी करने के लिये नहीं जाना पड़ता। ना ही सिमेंट फैक्टरी बनी और ना ही हट्ट माश्का सड़क। सियालग सड़क पर एक ही बस के लिये कौन जिम्मेवार है। उप जिला अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं।
युवकर्ण सिंह ने कहा कि अगर हमें विकास चाहिए तो एक बार बसोहली से विधानसभा से नए चेहरे को भेजना होगा। सारिका ने कहा कि जात पात पर वोट नहीं मांगे जाने चाहिए। यहां पर जो एक बार जीत जाते हैं वह नहीं आते जो हार जाते हैं वह नहीं आते। बैठक में धार महानपुर से पूर्व सरपंच सदानंद शर्मा, पंच रैहण युवकर्ण सिंह, मंडला से सारिका देवी, जानु से शीला देवी, बाबू दीन, कस्बे से वार्ड 8 से पार्षद वीना देवी, 12 से पार्षद विशाल कुमार, वार्ड 3 से अनु बसोत्रा, वार्ड 10 से जाकिर हुसैन सहित दर्जनों गांवों से लोग उपस्थित रहे।