कोरोना ने घटा दिया रावण का कद, नहीं दिखा मेघनाद का पुतला
जागरण टीम कठुआ जिले में बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा कोरोना के साए में मनाया गया।
जागरण टीम, कठुआ: जिले में बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा कोरोना के साए में मनाया गया। इस बार कठुआ शहर, बसोहली व हीरानगर में ही लंकापति रावण के पुतले का दहन कर एक दूसरे को पर्व की बधाई दी गई, लेकिन इस बार कोरोना वायरस ने दशहरा पर जलाए जाने वाले रावण के पुतले का कद घटा दिया।
कठुआ शहर में इस बार रामलीला मैदान में मात्र 30 फुट का ही रावण का पुतला दहन किया गया, जबकि पहले 50 से 60 फुट तक के रावण का दहन होता था। इतना ही नहीं, रावण के साथ मेघनाद व कुंभकर्ण का पुतला नहीं जलाया गया। राम रावण का युद्ध भी नहीं हुआ। हालांकि, देर रात बसोहली में लंकापति के साथ-साथ मेघनाद व कुंभकर्ण का पुतला जलाया गया।
दरअसल, इस बार कोरोना वायरस संक्रमण के चलते बड़े आयोजनों की अनुमति नहीं थी। सीमित संख्या में ही लोगों को मंजूरी दी गई। इसके कारण कठुआ शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में दशहरे का पर्व परंपरागत उत्साह के साथ कई दशकों से मनाया जा रहा है, परंतु इस बार कोरोना का ग्रहण लग गया। कठुआ शहर में मात्र औपचारिकता के तौर पर रामलीला मैदान में रावण का पुतला जलाकर इस पर्व को मनाया गया। प्रशासन के दिशा निर्देश पर मात्र औपचारिकता के तौर पर सिर्फ रावण का 30 फुट का छोटा सा पुतला जलाकर मनाया गया। इस अवसर पर तहसीलदार गौरव शर्मा सहित श्री राम नाटक क्लब के सदस्य मौजूद रहे। लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से सुबह 10 बजे तक रामलीला मैदान में स्थित हनुमान मंदिर के पास पहुंचाने के लिए कहा गया। दोपहर को रावण का पुतला के पास भगवान श्रीराम ने अपने तीर से रावण का वध किया और पुतला जलाकर इस पर्व की परंपरागत तरीके से रस्म पूरी की गई। रावण दहन के दौरान रामलीला मैदान सुनसान रहा, मात्र रामलीला नाटक क्लब के सदस्य और कुछ गणमान्य लोगों ही मौजूद रहे। तहसीलदार गौरव शर्मा ने लोगों को दशहरे पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा की कोरोना महामारी के चलते इस बार मात्र औपचारिकता पूरी करने के लिए रावण दहन किया गया है। इसमें लोगों को भीड़ जुटाने की अनुमति नहीं थी, इसलिए श्री राम नाटक सभा के सदस्यों और मीडिया कर्मी की मौजूदगी में ही रावण का पुतला जलाया गया।
रामलीला के दौरान भगवान श्री राम का किरदार विश्व प्रताप सिंह, लक्ष्मण का किरदार स्वतंत्र भारत, सीता का किरदार कमल, रावण का किरदार अतुल ठप्पा और हनुमान का किरदार आशु गुप्ता ने अदा किया। श्री राम नाटक सभा ने कठुआ वासियों को विजयदशमी की शुभकामनाएं दी। उन्होंने भगवान श्री राम से कोरोना महामारी का खत्म करने की कामना की, ताकि अगले वर्ष फिर से इस पर्व को धूमधाम से मनाया जाए। इस अवसर पर राम नाटक क्लब के अध्यक्ष प्रदीप सिंह, उपप्रधान दविंद्र सिंह और कैलाश अंडोत्रा, सचिव नीरज सिंह, स्टेज प्रभारी अमित शर्मा, विश्व प्रताप सिंह सहित क्लब के अन्य सदस्य मौजूद रहे। इसी तरह, बसोहली स्थित रामलीला मैदान में भी देर रात लंकापति रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण का पुतला जलाया गया।
हीरानगर उप मंडल के कूटा, छन्न मोरिया, मढीन, लोंडी, चकड़ा, चकभगवाना आदि गावों में विजय दशमी का त्योहार हर्षोल्लास से मनाया गया। इस दौरान रावण के साथ-साथ कुंभकर्ण, मेघनाद के पुतले जलाए गए। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इस बार हीरानगर कस्बे में रामलीला का मंचन नहीं हुआ। फिर भी रामलीला कमेटी ने दशहरा मैदान में रावण का पुतला जलाकर परंपरा को कायम रखा। अन्य स्थानों पर भी पहले की तरह इतनी भीड़ नहीं थी। शाम को जैसे ही रावण, मेघनाद के पुतले जलाए गए क्षेत्र भगवान श्रीराम की जयघोष से भक्तिमय हो गया।