सीबीआइ जांच से ही सामने आएगी सच्चाई
संवाद सहयोगी, हीरानगर: रसाना मामले की सीबीआइ जाच की माग को लेकर 22वें दिन भी कूटा
संवाद सहयोगी, हीरानगर: रसाना मामले की सीबीआइ जाच की माग को लेकर 22वें दिन भी कूटा में आमरण अनशन व धरना प्रदर्शन जारी रहा। आमरण अनशन पर बैठे आशोक कुमार की तबीयत बिगड़ जाने से प्रशासन ने देर शाम को उसे उपजिला अस्पताल में भर्ती करवा दिया। अब अशोक कुमार के स्थान पर रसाना के महेंद्र पाल पुत्र गौरी शकर ने आमरण अनशन शुरू किया है, जबकि त्रिशला देवी का लगातार सातवें दिन भी आमरण अनशन पर डटी हुई हैं।
उधर, हिंदू एकता मंच के सदस्य कांत कुमार, राज खजूरिया, भारत भूषण, जगदीश डोगरा, मास्टर देव राज, अशोक कुमार, सांझी राम की बेटी मधू, सोम राज आदि ने भी धरना-प्रदर्शन कर नारेबाजी की। वहीं जम्मू के प्रो. हरि ओम, कुलवीर सिंह ने भी रविवार को कूटा का दौरा किया। पूर्व सरपंच कांत कुमार ने कहा कि क्षेत्र के लोग सीबीआइ जाच कराने की माग को लेकर पिछले दो माह से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस पर अपना रूख स्पष्ट नहीं कर रही है। अब तो हीरानगर ही नहीं पूरे देश से भी मामले की सीबीआइ जांच के लिए आवाज उठने लगी है, लेकिन सभी राजनीतिक पार्टियां ने चुप्पी साधी हुई है। उन्होंने कहा कि एक ही सप्ताह में मामले की जांच के लिए तीन जांच दल गठित किए गए, इससे क्राइम ब्रांच की रिपोर्ट पर से लोगों का विश्वास उठ गया है। क्राइम ब्रांच ने जो चार्जशीट दायर की है उससे तो साफ दिख रहा है कि एक सोची समझी साजिश के तहत हिंदू धर्म के लोगों को बदनाम किया गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि मामले की सीबीआइ जांच से केस की पूरी सच्चाई देश के लोगों के सामने आएगी।