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दबोआल में शराब का ठेका खुलने के विरोध में महिलाओं का प्रदर्शन

मंगलवार को भी महिलाओं ने गांव के मुख्य मार्ग पर खोले गए ठेके के बाहर धरना दिया और इसे तुरंत बंद करने की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी की।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 May 2022 08:20 AM (IST)Updated: Wed, 25 May 2022 08:20 AM (IST)
दबोआल में शराब का ठेका खुलने के विरोध में महिलाओं का प्रदर्शन
दबोआल में शराब का ठेका खुलने के विरोध में महिलाओं का प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, कठुआ : दबोआल गांव में शराब का ठेका खोले जाने के विरोध में गांव की महिलाएं सड़क पर उतर आई। मंगलवार को भी महिलाओं ने गांव के मुख्य मार्ग पर खोले गए ठेके के बाहर धरना दिया और इसे तुरंत बंद करने की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी की। नारेबाजी कर रही महिलाओं ने साफ कहा कि यहां ठेका नहीं खोलने देंगे। जहां प्रशासन ने जगह मंजूर किया, वहां पर ठेका खोलें।

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प्रदर्शनकारी महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनके गांव में शराब का ठेका खोला जाना गुंडागर्दी है। वे लगातार विरोध कर रही हैं फिर भी यहां शराब का ठेका खोला जा रहा है। तीन दिन से इसके विरोध में जिला प्रशासन से लेकर गांव तक धरना दे रही हैं, लेकिन उनकी मांग को दरकिनार कर ठेका खोला गया है। उन्होंने कहा कि ठेका घाटी गांव में मंजूर हुआ है, लेकिन वहां के गांववासियों ने विरोध किया और अब उनके गांव में खोला गया है,जो किसी भी कीमत पर उन्हें मंजूर नहीं है। प्रशासन उनकी मांग सुनने की बजाय ठेका खुलवाने में सहयोग कर रहा है और वहां सुरक्षा के लिए पुलिस का पहरा भी लगा दिया गया है। ऐसा करके नशे के कारोबार को बढ़ावा देने का काम प्रशासन कर रहा है,जो कि गलत है। प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा कि उनके गांव में मंदिर, स्कूल हैं, जहां अभी तक शराब की कोई दुकान नहीं है, इससे नशे का प्रचलन बढ़ेगा,उनके बच्चे भी गांव में उपलब्धता होने पर नशे की ओर जाएंगे। सरकार की उन युवाओं को भी अब नशे की तरफ धकेलने का प्रयास है,जहां अभी एक भी दुकान नहीं है,अब गांव गांव में दुकानें खुलवा कर सरकार क्या संदेश देना चाहती है,लेकिन वो अपने गांव में ठेका नहीं खुलने देंगी। महिलाओं ने ये भी खुलासा किया कि ठेका मालिक ने उन्हें गांव में किसी तरह का विकास कराने का लालच देने का भी प्रयास किया ताकि वो किसी तरह से जहां ठेका खोलने में एक बार सफल हो सके,लेकिन उनके ये प्रयास सफल नहीं होंगे और ठेका जहां नहीं खुलने दिया जाएगा। हम अपनी नई पीढ़ी को गांव में नशे की दुकान होने का तोहफा नहीं देंगे। इसलिए प्रशासन जहां से ठेका तुरंत शिफ्ट करें और जहां मंजूर हुआ है,वहां ही इसे खोले, उनके गांव में नहीं। महिलाओं के लगातार प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने वहां पर पुलिस का पहरा लगा दिया है, लेकिन महिलाएं ठेका गांव से बंद करने पर अड़ी हैं।


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