भूमि विवाद मेंघायल मौत से परिजन भड़के, प्रदर्शन
जागरण संवाददाता कठुआ राजबाग थाना के अंतर्गत हमले में घायल गांव दोलियां जट्टा के र
जागरण संवाददाता, कठुआ :
राजबाग थाना के अंतर्गत हमले में घायल गांव दोलियां जट्टा के रमेश सिंह 45 की उपचार के दौरान मौत के बाद जीएमसी कठुआ में शव लेने के लिए पहुंचे परिजनों ने पुलिस की भूमिका पर रोष जताते हुए प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि हमले के बाद पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
प्रदर्शन की सूचना मिलने पर पहुंचे एएसपी रमनीष गुप्ता ने बताया कि रमेश सिंह की हत्या में शामिल छह लोगों में से 4 को गिरफ्तार कर लिया है, दो अन्यों को भी गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है, उन्हें जल्द पुलिस दबोच लेगी।
उधर, परिजन का आरोप है कि पुलिस ने 11 दिन पहले हुए हमले के बाद ही सोमवार रात जब रमेश की पंजाब के अस्पताल में गंभीर घावों की ताव न सहते हुए दम तोड़ने की सूचना मिलने पर गिरफ्तार किया, इतने दिन तक हमले के बाद भी आरोपित गांव में सरेआम खुले घूमते रहे। पुलिस ने धारा 307 के तहत मामला दर्ज कर आगे कार्रवाई नहीं की। घायल की मौत के बाद पुलिस गिरफ्तारी के लिए हरकत की।
अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद मृतक रमेश सिंह के शव को लेने पहुंचे परिवार से मां पुष्पा देवी, मृतक की पत्नी, बेटी गुमसूम थी। मां पुष्पा देवी ने आरोप लगाया कि गांव के सरवन, बलविद्र सिंह ने चार अन्य के साथ मिलकर उसके बेटे की निर्मम हत्या की है, परिवार में वहीं कमाने वाला था। ऐसे हत्यारों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। आरोपित कई वर्ष से उनके साथ भूमि विवाद को लेकर रंजिश रखते थे, अब तो उन्होंने उसके बेटे की जान ले ली है। अगर पुलिस उन सभी छह हत्यारों को जल्द पकड़कर कड़ी सजा नहीं दी तो वह चुप नहीं बैठेंगे।
एएसपी रमनीष गुप्ता ने परिजनों को बताया कि छह में से चार आरोपी पकड़ लिए गए हैं,दो अन्यों को भी जल्द दबोच लिया जाएगा। जिसके बाद परिजन शांत हुए और शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
गौरतलब है कि जिला के राजबाग थाना क्षेत्र के अधीन दोलियां जटा गांव में 11 दिन पहले दो गुटों में हुए झगड़े के बाद सरवन गुट ने रमेश सिंह पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया था। हमले में गंभीर रूप से घायल रमेश सिंह को जीएमसी कठुआ लाया गया था जहां पर डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद जम्मू जीएमसी रेफर कर दिया। हालत में सुधार न होने पर परिजन उसे पंजाब के अस्पताल में ले गए। वहां सोमवार को उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों में पुलिस के खिलाफ रोष भड़क गया और जीएमसी कठुआ में शव पोस्टमार्टम के लिए लाने पर एकत्रित होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।