रावी में अवैध खनन के विरोध में हाईवे जाम
जागरण संवाददाता, कठुआ : रावी में अवैध खनन से परेशान ग्रामीणों ने वीरवार को नेशनल हाईवे
जागरण संवाददाता, कठुआ : रावी में अवैध खनन से परेशान ग्रामीणों ने वीरवार को नेशनल हाईवे पर कालीबड़ी में प्रदर्शन कर रोष जताया।
प्रदर्शन कर रहे किड़ियां गंडयाल के ग्रामीणों ने रावी में प्रतिबंध के बावजूद अवैध खनन जारी रहने पर जिला प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई न किए जाने पर नारेबाजी की। करीब आधा घंटा तक हाईवे जामकर प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन और खनन विभाग को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने बताया कि यह गोरखधंधा बिना मिलीभगत से नहीं चल सकता। प्रशासन कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं कर रहा है। इसी के चलते खनन माफिया के हौसले बुलंद हैं। प्रशासन अगर कार्रवाई करता तो शायद रावी में अवैध खनन से ऐसे हालात पैदा नहीं होते। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे मनोहर लाल ने जिला प्रशासन और खनन विभाग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्षेत्र के लोग करीब एक साल से आवाज उठा रहे हैं, लेकिन प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं। उनका कहना था कि खनन से उनका जीवन अभिशाप बन गया है। रातभर स्टोन क्रशर के ध्वनि प्रदूषण के कारण वे सो नहीं पाते हैं। पूरा क्षेत्र अशांत हो गया है।
मनोहर लाल ने कहा कि एक तरफ पंजाब ने अपनी हद में पड़ने वाले रावी क्षेत्र में स्टोन क्रशरों से खनन पर प्रतिबंध लगा रखा है। वहां के उच्च न्यायालय भी इसके प्रति गंभीर है। इसके बावजूद पंजाब के स्टोन क्रशरों के वाहन और मशीनें कठुआ क्षेत्र में पड़ने वाली रावी दरिया से खनन कर पंजाब ले जा रहे हैं। राज्य में धारा 370 होने पर न तो टोल टैक्स और न ही परिवहन टैक्स दे रहे हैं, जिससे सरकार को प्रतिदिन करोड़ों का नुकसान हो रहा है। हैरानी की बात यह है कि स्टेट रेगुलेटरी अथारिटी की टीम ने खनन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन उसके बाद भी खनन बदस्तूर जारी है। खनन से निर्माणाधीन किड़ियां पुल को भी खतरा पैदा हो गया है। बाद में थाना प्रभारी ने उनकी मांग को संबंधित विभाग तक पहुंचाने का आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया।