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लकड़ी-चारा जुटा रहे ताकि बर्फबारी में न आए दिक्कत

संवाद सूत्र बनी पहाड़ी क्षेत्र बनी में सर्दी का मौसम शुरू होने के साथ ही लोगों ने बर्फबारी

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 08:03 AM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 08:03 AM (IST)
लकड़ी-चारा जुटा रहे ताकि बर्फबारी में न आए दिक्कत
लकड़ी-चारा जुटा रहे ताकि बर्फबारी में न आए दिक्कत

संवाद सूत्र, बनी : पहाड़ी क्षेत्र बनी में सर्दी का मौसम शुरू होने के साथ ही लोगों ने बर्फबारी का सामना करने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। मवेशियों के लिए घास काट कर सुखाया जा रहा है। साल में एक बार होने वाली मक्की की फसल की कटाई का काम भी जोरों पर चल रहा है।

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हर साल दिसंबर के पहले सप्ताह से बनी क्षेत्र में बर्फबारी होती है। रास्ते बंद हो जाते हैं। इस दौरान लोगों के साथ मवेशियों के लिए भी संकट पैदा हो जाता है। इसी का तोड़ निकालने के लिए लोगों ने चूल्हा जलाने के लिए जंगल से लकड़ियां इकट्ठा करना शुरू कर दिया, तो मवेशियों के लिए सूखे चारे के इंतजाम में भी जुट गए हैं।

तहसील के सभी गांवों में इस समय घास काट कर सुखाया जा रहा है, मक्की की कटाई दिन-रात चल रही है। एक महीने तक यह कार्य चलता रहेगा। बर्फबारी शुरू होने से पहले ही लोग सूखी लकड़ी भी एकत्रित कर रहे हैं ताकि बाद में चूल्हा जलाने के लिए इस्तेमाल कर सकें। इस बार ठीक नहीं हुई मक्की की फसल

बनी तहसील में पूरे वर्ष में एक ही फसल उगाई जाती है। कृषि विभाग के अधिकारी संजय कुमार के अनुसार तहसील क्षेत्र में 3000 हेक्टेयर भूमि पर मक्की की फसल उगाई जाती है। यदि अगर मौसम ठीक रहे तो 10000 टन से ज्यादा मक्की की फसल होती है, लेकिन इस वर्ष मौसम ठीक न होने के कारण कम फसल होने का अनुमान है। किसान महेंद्र सिंह, हंसराज, मदनलाल का कहना है कि इस वर्ष बरसात कम हुई है, इसलिए मक्की की फसल भी ठीक नहीं है।


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