कभी भी गिर सकती है प्राइमरी स्कूल भीकड़ की इमारत
संवाद सहयोगी बसोहली सरकार शिक्षा विभाग को पटरी पर लाने के लिै कई प्रकार की योजनाएं
संवाद सहयोगी, बसोहली : सरकार शिक्षा विभाग को पटरी पर लाने के लिै कई प्रकार की योजनाएं चलाती है, ताकि लोग अपने बच्चों को पढ़ने के लिए सरकारी स्कूलों में भेजें। इसके लिए शिक्षा विभाग कई प्रकार के जागरूकता शिविर का भी आयोजन करता है, लेकिन बच्चों को पढ़ाई की सुविधाएं तभी मिलेंगी, जब लोग सरकारी स्कूलों के प्रति आकर्षित होंगे। कुछ ऐसा ही हाल है पूंड ब्लॉक के भीकड़ प्राइमरी स्कूल का। यहां पर 1992 में शिक्षा विभाग द्वारा बिल्डिंग का निर्माण किया गया था। इसकी हालत देखरेख के अभाव में दिन-प्रति दिन बद से बदतर होती जा रही है। यदि इस समय सरकार स्कूलों को खोलने के निर्देश दे दे, तो हाड़ कंपाने वाली सर्दी में बच्चे स्कूल के अंदर कैसे बैठ पाएंगे। यह बिल्डिंग इतनी जर्जर है कि कभी भी गिर सकती है। गांव के नायब सरपंच योगेंद्र सिंह ने बताया कि जब बिल्डिंग को बनाया गया, तो सीमेंट लगाने के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई, जो समय के साथ खराब हो गई है। शिक्षा विभाग कोरोना के लॉकडाउन से पूर्व यहां पर ही कक्षाओं को चलाता रहा। अब इसकी हालत और खराब हो गई है। ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग से समय रहते इस बिल्डिंग की दशा में सुधारने की गुहार लगाई है। बिजली के साथ पानी की भी नहीं हुई सप्लाई
संवाद सहयोगी, रामकोट:
बीते शनिवार और रविवार को बारिश के साथ बिजली में आई खराबी के कारण सोमवार को पेयजल सप्लाई भी बाधित हुई। इस बीच रविवार देर शाम क्षेत्र में बारिश के साथ हल्की ओलावृष्टि भी हुई। बिजली व्यवस्था में आई खराबी के कारण जल शक्ति विभाग द्वारा कुछ दिनों से रोजाना हो रही सप्लाई में दूषित पानी ही सप्लाई की जा रही है, जो कि पीने योग्य नहीं है। हालाकि सदियों से कस्बा के लोग कुदरती जल स्त्रोतों का पानी ही पीते आ रहे हैं और विभाग द्वारा जारी सप्लाई के पानी को दूसरे घरेलू कार्यो के लिए ही इस्तेमाल करते हैं। इसके बावजूद सार्वजनिक स्थानों पर लगे वाटर कूलर और टंकियों में लोगों को यही दूषित पानी पीना पड़ता है। बिजली में आई खराबी के कारण जल शक्ति विभाग का फिल्ट्रेशन प्लाट भी कार्य नहीं करता। बिजली विभाग के एईई इंद्रपाल सिंह का कहना है कि पावर हाउस के पैनल में खराबी आ जाने के कारण दिक्कत आई है। व्यवस्था में सुधार किए जा रहा है।