ट्रक को जब्त करने को लेकर पुलिस व वन कर्मी भिड़े
जागरण संवाददाता, कठुआ : हाईवे पर ट्रक जब्ती को लेकर मंगलवार वन विभाग और पुलिस कर्मचारी
जागरण संवाददाता, कठुआ : हाईवे पर ट्रक जब्ती को लेकर मंगलवार वन विभाग और पुलिस कर्मचारी भिड़ गए। दोनों विभागों के कर्मियों के बीच खूब हाथापाई हुई। बाद में एसएसपी श्रीधर पाटिल के हस्तक्षेप से मामला ठंडा हुआ। अभी ट्रक में क्या लोड है, इसकी अभी जांच होनी है, लेकिन ट्रक को जब्त करने के लिए वन विभाग लखनपुर और हटली मोड़ पुलिस के बीच दिन भर हुई काफी समय तक बहस, खींचतान और हाथापाई, मारपिटाई चर्चा का विषय बनी रही। जिसे स्थानीय लोग भी देखते रहे।
मामला यूं हुआ कि दोपहर को हाईवे पर एक ट्रक में संदिग्ध सामान होने की सूचना मिलने पर हटली मोड़ पुलिस ने उसे रोकने लिए नाका लगाया था, लेकिन ट्रक चालक ने रुकने की बजाय नाका तोड़ दिया और चालक वहां से ट्रक लेकर लखनपुर की ओर भाग गया। जिसके पीछे हटली मोड़ पुलिस के सिपाही उसे पकड़ने के लिए दौड़े। जिन्होंने उसे लखनपुर से करीब आधा किलोमीटर पीछे गोल्डन गेट के पास ही रोक लिया। इतने में वन विभाग लखनपुर को ट्रक पुलिस द्वारा रोकने की सूचना मिल गई। उसी समय वन विभाग लखनपुर के कर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने ट्रक को रोक कर बैठे हटली मोड़ पुलिस के कर्मियों को वहां से जबरन भगा दिया और ट्रक को खुद लेकर लखनपुर स्थित वन विभाग की पोस्ट में जब्त कर दिया। इतने में हटली मोड़ चौकी प्रभारी भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने वन विभाग द्वारा जब्त कर ट्रक को वहां से लाने का प्रयास किया। इससे वहां पर तैनात वन विभाग के कर्मी उनसे भिड़ गए, इस दौरान मारपीट भी हुई। मामले को आगे बढ़ते देख कठुआ से एसएसपी श्रीधर पाटिल भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने वन विभाग के कर्मियों, लखनपुर पुलिस और हटली मोड़ पुलिस को कठुआ में अपने कार्यालय में बुलाया ताकि मामले की पूरी जांच की जा सके। इतने में पीछे से उधर लखनपुर पुलिस ने वन विभाग की पोस्ट में लगे ट्रक को जबरन वहां निकाल कर थाना लखनपुर में जब्त कर लिया और मुख्य गेट बंद कर दिया। इतने में कठुआ में एसएसपी कार्यालय से जब वन विभाग के कर्मी बैठक करने के बाद वहां फिर पहुंचे तो वह वहां से ट्रक को लखनपुर पुलिस द्वारा जब्त करने पर भड़क गए, लेकिन तब तक पुलिस ने ट्रक को थाना में मजबूती से जब्त कर लिया था। इसके बाद वन विभाग के कर्मी कुछ नहीं कर पाए। उसके बाद फिर पुलिस के उच्चाधिकारी वन विभाग के साथ उलझे मामले को सुलझाने के प्रयास में लगे रहे। अभी ट्रक में क्या था, जिसे पुलिस और वन विभाग के अधिकारी जब्त करने को लेकर अड़े रहे, इसका खुलासा होना बाकी है।