जम्मू-बनी-बसोहली रूट पर एसआरटीसी मांग पूरी होने पर झूमे लोग
जागरण टीम बनी /बसोहली पहाड़ी क्षेत्र के लोग बीते एक दशक से जम्मू से बनी के लिए एसआरटीस
जागरण टीम, बनी /बसोहली : पहाड़ी क्षेत्र के लोग बीते एक दशक से जम्मू से बनी के लिए एसआरटीसी की बस सेवा शुरू किए जाने की मांग करते आ रहे हैं। बुधवार को जैसे ही बनी के लोगों ने बस पहुंचने की बात सुनी तो पूरे बनी कस्बे में सभी खुशी से झूम उठे।
बुधवार को जैसे ही लोगों को पता चला कि दोपहर दो बजे के करीब बनी-बसोहली के लिए बस पहुंचने वाली है तो पूरे कस्बे में लोग एक दूसरे को बधाई और मुबारकबाद देने लगे। कुछ ही समय के बाद पता चला कि बस रास्ते में खराब हो गई है तो लोगों की खुशी निराशा में बदल गई, हालांकि तकनीकी खराबी कस्बे के लोगों के लिए खुशी कम नहीं कर पाई। इसी के चलते लोगों ने एसडीएम बनी जोगिदर सिंह और पूर्व विधायक जीवन लाल का आभार जताया।
गौरतलब है कि दो दिन पहले पूर्व विधायक जीवन लाल ने इस संबंध में एसडीएम से मुलाकात करके एक ज्ञापन सौंपा था। एसडीएम ने मैनेजिग डायरेक्टर एसआरटीसी जम्मू के साथ भी लिखित रूप में पत्र भेजा था
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बसोहली पहुंचने पर किया रवाना
संवाद सहयोगी, बसोहली: बनी बसोहली के पहाड़ी इलाकों के गांवों के निवासियों की मांग को पूरा करते हुए प्रदेश परिवहन निगम ने एक बस जम्मू से बनी के लिए लगा दी। जैसे ही बसोहली बस पहुंची तो म्यूनिसिपल कमेटी के प्रधान सुमेश सपोलिया, उप प्रधान अभिनव राजदान, पार्षद जाकिर हुसैन, संजय राजदान, प्रमोद सिंह, अनु मेहरा आदि ने बस का स्वागत किया और बनी के लिए रवाना किया।
प्रदेश परिवहन निगम द्वारा बनी के लिये लगाई गई यह पहली बस है। जिसको लेकर बनी के निवासी एसडीएम के पास गुहार लगा चुके हैं। वहीं, एडीसी बसोहली तिलक राज थापा ने भी इस बस को लगाने के लिए मैनेजर एसआरटीसी को पत्राचार किया था। जिस कारण यह बस लग सकी। आरटीसी की कर्मचारी नीलम शर्मा ने बताया कि बनी से जम्मू का किराया 385 रुपये होगा। कठुआ का 285 रुपये, बसोहली से बनी का 15 रुपये होगा। बस के लगने पर प्रधान ने बताया कि वह एसआरटीसी, पूर्व बनी विधायक जीवन लाल, सांसद जितेंद्र सिंह, एडीसी बसोहली, एसडीएम बनी का आभार जताते हैं। थोड़ी दूर जाकर बस हो गई खराब
प्रदेश निगम की बस के बसोहली रवाना होने के बाद अभी बस दस किलोमीटर भी नहीं चल पाई कि खराब हो गई। इस बस में बैठी सवारियों को कई प्रकार की परेशानियों को सहन कर गंतव्य तक पहुंचना पड़ा।