विकास को तरस रहा पलाख पंचायत, अब है मसीहे की तलाश
संवाद सहयोगी बसोहली पंचायतों का गठन ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य में तेजी लाने के लिए
संवाद सहयोगी, बसोहली: पंचायतों का गठन ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य में तेजी लाने के लिए किया गया, लेकिन अभी तक इसका फायदा मिलता ग्रामीणों को नजर नहीं आ रहा है।
पलाख पंचायत के वार्ड नंबर 2 में फरनाट गांव की पंच अनुराधा, जावेद इकबाल, इम्तियाज, अजय पाल, बलकार सिंह, गगन सिंह, अर्जुन सिंह, अंग्रेज सिंह, देवेंद्र कुमार आदि ने बताया कि गांव का हालात यह है कि गांव में 3 हैंडपंप हैं जो कई माह से खराब पड़ा हुआ है, लेकिन ठीक नहीं करवाया जा रहा है। पानी के प्राकृतिक साधन भी गांव से दूर हैं। कई प्राकृतिक श्रोत रंजीत सागर झील में समा चुके हैं। ऐसे में लोगों को पानी के लिए हर रोज परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इतना ही नहीं, गांव की सब गलियां कच्ची हैं, जिसे किसी भी प्लान में नहीं रखा गया है। पंचायताें के गठन को भी दो साल से ज्यादा समय होने को है, मगर गलियों में सुधार के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई। गांव में प्रमुख आस्था का केंद्र बलेटे बाबा का मंदिर हैं जहां की गली में सुधार के लिए सरपंच से भी गुहार लगाई गई, मगर काम नहीं हुआ। गांव की अन्य गलियों की हालत भी ऐसी है कि बारिश में कहां गड्ढा है और कहां नाली, किसी को पता नहीं चलता है। अंधेरे में रात को लोग ठोकरें खाते घर तक पहुंचते हैं। हर काम के लिए सरपंच से पूछते हैं वह भी हर बार यही कहते हैं कि काम आने वाला है।
गांव में पानी की सप्लाई विभाग की मनमर्जी से होता है, कभी सप्ताह में तीन बार तो कभी दो बार तो कभी एक बार भी नहीं। पानी के लिये गांव के निवासी दो किलोमीटर तक दौड़ लगाने को विवश हैं। हर गांव की गलियों में सुधार देखने को मिल रहा है, मगर सरपंच द्वारा वार्ड में कोई काम नहीं करवाए जाने के कारण वार्ड आज भी विकास की राह देख रहा है। गांव के निवासियों एवं वार्ड की पंच ने फरनाट गांव में रुके हुए विकास कायरें को शुरू करवाने की मांग की है। कोट्स---
वार्ड नंबर 2 की गलियों को प्लान में रखा गया है। जैसे ही फंड आता है काम शुरू करवा दिया जाएगा।
प्रीतम सिंह, सरपंच, पलाख।